कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष लल्लू सिंह का फिरोजाबाद जिले में आगमन, शौ शैया अस्पताल पहुंचे, बीमार बच्चों से मिले
कहा-यहां की स्थिति काफी भयावह है संक्रमण तेजी के साथ फैल रहा है, मुख्यमंत्री जी अभी चुनाव प्रचार में व्यस्त
बोले-महामारी का शिकार होकर जो मृत हुये सरकार उनके परिजनों को दे दस दस लाख सहायता, बीमारों के उपचार की कराये पर्याप्त व्यवस्था
फिरोजाबाद-उप्र कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष लल्लू सिंह ने
फिरोजाबाद जिले में आकर मेडिकल काॅलेज के शौ शैया अस्पताल का निरीक्षण कांग्रेस पदाधिकारियों संग किया। इस दौरान उन्होंने भर्ती बीमार बच्चों का हाल जाना, उनके परिजनों से बात की, समस्याओं को सुना फिर मीडिया से रूबरू हुये। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष लल्लू सिंह ने मीडिया से बात करते हुये बताया कि यहां की स्थिति काफी भयावह है संक्रमण तेजी के साथ फैल रहा है। यहां के मरीजों से बात करने पर उन्होंने बताया कि कई सारे हमारे
बच्चे हैं जिसको झटके की भी बीमारी आ रही है। बहुत सारे लोगों को डेंगू
है और पर्याप्त मात्रा में अन्य संक्रमण बीमारी से भी लोग पीडित है जिसका
अभी तक पता नहीं लगा पाये। ये मामला कासगंज, एटा, मथुरा में भी अब तक नौ लोगों से अधिक मरने की सूचना है। यहां अब तक जो देखा जा रहा है बताया जा रहा 250 से ज्यादा मरीज एडमिट है अन्य मरीज लाइन में है अस्सी से अधिक लोगों की मौत की खबर ऐसा आप सबके माध्यम से बताया गया। वे समझते हैं कि मुख्यमंत्री जी अभी चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं राष्ट्रपति जी के साथ घूमने में व्यस्त हैं यहां जो बच्चे रोज काल के गाल में समा रहे हैं उनके
इंतजाम, उनके इलाज का और उनकी व्यवस्था के लिये मुख्यमंत्री जी के पास
उनके महकमे के पास समय नहीं है एक तरफ उनके बडे बडे होर्डिंग पोस्टर लगते हैं जमीनी हकीकत जब अस्पताल में आइये तो देखने के उपरांत दिखता है कि मरीज कितना शोकाकुल है कितना परेशान है हताश है उसके इलाज की क्या व्यवस्था है हमारी मांग है जो बच्चे काल के गाल में समा गये सरकार इसकी जिम्मेदार है महामारी के शिकार है तत्काल उनके परिजनों को दस दस लाख सहायता प्रदान करे, जो बीमार है उनके इलाज की पर्याप्त व्यवस्था यह सरकार करे। मुख्यमंत्री जी का कहना था जो बच्चों की मौत हुई वह प्राइवेट
अस्पतालों में हुई पर कहना था क्या कर रहा उनका विभाग, क्या कर रहे उनके कर्मचारी, क्या कर रहा था उनका एलआईयू, लोग मर रहे थे वे हवाई जहाज की यात्रा करने में व्यस्त थे राष्ट्रपति से चुनाव प्रसार कराने में व्यस्त थे उनको मीडिया से जानकारी प्राप्त नहीं हुई। यानि ये मुख्यमंत्री फेल हो चुके हैं उन्होंने अपने मुंह से स्वीकारा है मौतों के जिम्मेदार स्वतः उप्र सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जिम्मेदार हैं।