फिरोजाबाद। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी माक्सवादी के स्थापना दिवस पर पार्टी कार्यालय पर आयोजित हुई। बैठक में पूर्व जिला मंत्री वरिष्ठ नेता कॉमरेड नवल सिंह एडवोकेट ने कहा है कि भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की नीतियों से अंतर्विरोध के कारण कामरेड बीटी रणदिवे, कामरेड पी राममूर्ति, कामरेड ईएमएस नंबूदिरि पाद, कामरेड ज्योति बसु कामरेड, हरकिशन सिंह, सुरजीत आज के विचार विमर्श के बाद सात नवंबर 1964 को पार्टी से अलग होकर माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी का गठन कर जनता के मध्य संघर्ष कर खड़ी की गई। इसके परिणाम स्वरूप पश्चिमी बंगाल त्रिपुरा व केरल में लंबी-लंबी अवधि तक कम्युनिस्टों की सरकार में नहीं वर्तमान में धार्मिक व जातीय वह क्षेत्रीय आंदोलनों के कारण वर्गीय लड़ाई कमजोर हुई है। लेकिन आज भी पार्टी वर्गी लड़ाई को मजबूत करने हेतु मेहनतकश जनता को लामबंद करने में प्रयासरत है। बैठक में कामरेड भूरी सिंह यादव, कामरेड राजपाल सिंह, माहौर कामरेड राजवीर सिंह राठौर, कामरेड सत्य प्रकाश यादव, कामरेड ज्ञान सिंह, कामरेड शारदा यादव, सुनीता राठौर, कामरेड पूनम जादौन, सुरेश चंद बौद्ध आदि लोग शामिल रहे। संचालन सोनेश कुमार चक एवं भूरी सिंह यादव सचिव मंडल सदस्य सीपीआईएम आदि रहे।