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फोटो- वार्ता के दौरान जानकारी देते मयंक भटनागर

फिरोजाबाद। शादी समारोह एवं त्यौहारों पर शहर के लोग अन्य बड़े शहरों से सामान खरीदते है। जिससे फिरोजाबाद के व्यापारी हाथ पर हाथ धरे बैठे रहते है। यह बात किड्स काॅर्नर सीनियर सैकेण्ड्री स्कूल के मैनेजिंग डायरेक्टर मयंक भटनागर ने प्रेस कांफ्रेस के दौरान कही।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान आज फिरोजाबाद में रोजगार की स्थिति बहुत दयनीय है। लोगों के पास आमदनी स्त्रोत काफी कम है। जबकि बड़े शहरों में आमदनी के स्त्रोत अधिक है। फिरोजाबाद में मजदूर वर्ग के लोग ज्यादा है। वह रोजाना कमाते और खर्च करते है। फिरोजाबाद का व्यापार चूड़ी पर निर्भर है। साथ ही कहा कि जब हम सभी लोग शादी समारोह, बर्थडे, संगाई के अलावा त्यौहारों पर अन्य बड़े शहरों से खरीददारी न करके अपने शहर के दुकानों से सामान खरीदे। उन्होने नगर वासियों से अपील करते हुए कहा कि अपने नगर से ही ज्यादातर उत्पादों की खरीददारी करे। जिससे छोटे व्यापार, छोटे रोजगार को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि रोजगार की समस्या वाले देश में रोजगार के साधन हम स्वंय ही कम करते जा रहे है। दो दशक पहले ही लोग चमडे के जूते का प्रचलन था और लोग घर से निकलकर मोची के पास जाकर पाॅलिस कराते थे। लेकिन अब रेडीमेड जूतों की चमक के कारण मोची का भी काम कम हो गया है। इसी तरह पहले लोग रिक्शा पर बैठ कर जाया करते थे। लेकिन जब से ई-रिक्शा का चलन जोर पर है। जिसमें छोटे-छोटे बच्चे तक ई-रिक्शा चला रहें है। और सादा रिक्शा में लोग बैठना भी पसंद नहीं करते है। आज रिक्शा चालक अपने बच्चों का पेट पालने और भीख मांगने पर मजबूर है। छोटे व्यापार, छोटे रोजगार को अगर हर नागरिक प्राथमिकता देने लगे तो वो दिन दूर नही जब फिर से हमारा शहर चमकने लगेगा।

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