लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों पर आखिरकार विराम लग गया। योगी मंत्रिपरिषद में सात नये चेहरे शामिल किए गए हैं। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने रविवार को राजभवन में इन सात मंत्रियों को शपथ दिलाई। सामाजिक और क्षेत्रीय संतुलन को ध्यान में रखकर किये गये इस विस्तार के माध्यम से योगी सरकार की प्रदेश के एक बड़े वर्ग को साधने की कोशिश साफ दिखाई दे रही है।
शाहजहांपुर जिले से ब्राह्मण चेहरा जितिन प्रसाद मंत्री बनाये गये हैं। इसके अलावा बरेली से पिछड़ी जाति के विधायक छत्रपाल गंगवार, बलरामपुर के दलित विधायक पलटूराम, अनुसचित जनजाति से आगरा के संजीव कुमार गौर, गाजीपुर की विधायक संगीता बलवंत, आगरा जिले के एमएलसी धर्मवीर प्रजापति के अलावा एक और दलित चेहरा मेरठ के विधायक दिनेश खटिक को योगी मंत्रिपरिषद में राज्य मंत्री के रूप में जगह मिली है।
माना जा रहा है कि योगी मंत्रिमंडल के विस्तार के साथ ही भाजपा चुनाव अभियान में जाने के लिए तैयार हो गयी है। मुख्यमंत्री योगी ने अपने मंत्रिमंडल विस्तार में सामाजिक समीकरण और क्षेत्रीय संतुलन का खास ध्यान रखा है। सभी वर्गों को प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की गई है।
इन चेहरों को भेजा विधान परिषद
मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही राज्य सरकार ने विधानपरिषद की रिक्त चल रही चार सीटों पर मनोनयन के लिए नामों का ऐलान कर दिया है। योगी सरकार ने चार नामों की सूची राजभवन को भेज दिए हैं जिसमें शामली के चौधरी वीरेन्द्र सिंह गुर्जर, मुरादाबाद के गोपाल अंजान भुर्जी, शाहजहांपुर के जितिन प्रसाद और गोरखपुर के संजय निषाद का नाम शामिल है। इनमें जितिन प्रसाद को आज कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। निषाद पार्टी के साथ भाजपा ने पिछले दिनों ही गठबंधन का ऐलान किया है।