कानपुर: प्रॉपर्टी के कागजात के बदले तीन शातिरों ने एक महिला को ब्लैकमेल कर एक करोड़ दस लाख रुपये की रंगदारी मांगी। पीड़ित महिला की शिकायत पर क्राइम ब्रांच की टीम ने जाल बिछाया और मंगलवार शाम को रंगदारी मांगने वाले तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इसमें शामिल अधिवक्ता ने अपने दो साथियों के साथ पूरी साजिश रची थी। पुलिस ने तीनों के खिलाफ बिठूर थाने में गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। सभी आरोपी जेल भेजे गए हैं।
डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल ने बताया कुछ महीने पहले राजा यादव नाम का सटोरिया जेल गया था। पुलिस के हाथ प्रॉपर्टी के दस्तावेज न लगें इसलिए उसने काकादेव निवासी परिचित एडवोकेट रामप्रकाश को प्रॉपर्टी के दस्तावेज दिया था। एडवोकेट की नीयत बदलने पर उसने एक महीने पहले राजा की पत्नी को फोन कर उसकी 11 प्रॉपर्टी के दस्तावेज अवैध होने की बात कही थी। साथ ही महिला पर करोड़ दस लाख रुपये की रंगदारी का दबाव बना रहे थे। जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम ने जाल बिछाकर महिला के जरिये रंगदारी की रकम देने के लिए बुलाया और सभी आरोपियों को दबोच लिया।
गौरतलब है कि पुलिस ने महिला के पति करोड़पति सटोरिये राजा यादव को गिरफ्तार किया था। उसके पास से लाखों की रिकवरी हुई थी। जांच में पता चला था कि राजा नेपाल में रहता है। वहां पर वो कसीनों में करोड़ों रुपये का सट्टा हर दिन कराता था। डीसीपी क्राइम ने बताया कि एडवोकेट राम प्रकाश राजा यादव का करीबी भी रहा है। वो भी उसके साथ सट्टा खेलता था। कुछ समय पहले राजा से राम प्रकाश 25 लाख रुपये सट्टे में हारा था। तब से वो उससे खुन्नस रखने लगा था। इसी का बदला लेने के लिये उसने सट्टे में हारी रकम वसूलने के लिए साजिश रची थी।