फिरोजाबाद। सनातन धर्म रामलीला महोत्सव समिति के सचिव रामप्रकाश बघेल ने रामलीला परिसर के मेला दुकानदारों व स्ट्रीय वेण्डरों के प्रति स्थानीय प्रशासन की कार्यशैली की कडी निंदा की है।
बघेल ने जानकारी देते हुये बताया कि रामलीला परिसर के मेला दुकानदारों व स्ट्रीय वेण्डर हर साल नवदुर्गा महोत्व के अवसर पर रामलीला परिसर में दुकान लगाकर सामान की बिक्री कर अपने परिवार का जीविका उपार्जित करते है। लेकिन इस वर्ष उन्हे पुलिस एवं प्रशासनिक स्तर की अवैध वसूली का शिकार होना पडा है। समिति के सचिव का कहना है कि अगर प्रशासन को रामलीला परिसर में कोरोना के चलते कोई भी दुकान नहीं लगाने देनी थी। तो परिसर में विभिन्न आइटम की दुकाने 17 अक्टूबर से कैसे संचालित हो रही थी। जिन्हें 20 अक्टूबर को बंद कराकर 22 अक्टूबर को पुनः संचालित करया गया। लेकिल तीन दिनों के बाद विजयदशमी वाले दिन डंडे के बल पर बंद कराकर दुकान संचालकों को परिसर से बहार भगा दिया गया। रामप्रकाश बघेल ने जिलाधिकरी से पीडित दुकानदारों को करवाचैथ से 4 नवम्बर तक रामलीला परिसर में पुनः लगाने की मांग की है।