फोटो- पकड़े गये आरोपियों से पूछताद करते एसएसपी सचिन्द्र पटेल साथ में एसपी सिटी
भाजपा नेता की जमीनी विवाद को लेकर की गयी थी हत्या

फिरोजाबाद। एसएसपी के निर्देशनुसार एसओजी टीम व थाना नारखी पुलिस टीम द्वारा संयुक्त कार्यवाही करते हुये सुपारी लेकर हत्या करने वाले शार्प शूटर व सुपारी देने वाले व्यक्तियों को भारी मात्रा में अवैध असलाह सहित गिरफ्तार कर नारखी हत्याकाण्ड का सफल अनावरण किया गया ।
एसएसपी सचिन्द्र पटेल ने वार्ता के दौरान पत्रकारों को बताया कि विगत 16 अक्टूबर 2020 को थाना नारखी क्षेत्र नगला बीच में भाजपा नेता दयाशंकर गुुप्ता की गोली मार कर हत्या कर दी थी। उक्त घटना में नामजद प्रतिवादी को 17 अक्टूबर 2020 को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका था। जिसमें अज्ञात शूटरों की तलाश की जा रही थी। जिसमें काफी अथक प्रयास व कङी मेहनत परिश्रम करने के बाद मुखबिर की सूचना पर 24 अक्टूवर को थानाध्यक्ष नारखी एसओजी टीम द्वारा घटी हत्या की घटना में प्रकाश में आये शूटरों व उसके साथियों की जानकारी करते कराते हुये पचोखरा की तरफ से आने वाली दो मोटर साइकिलों पर सवार 04 व्यक्तियों को आलमपुर पुलिया से हिरासत में लिया गया। जिनसे गहनता व विश्वास में लेकर पूछताछ की गयी तो उन्होंने अपना नाम पता बताते हुये 16 अक्टूवर को नगला बीच में हुये दयाशंकर गुप्ता उर्फ डी.के. की हत्या को स्वीकार करते हुये हत्याकाण्ड के पीछे व्यक्तियों का नाम पता बताते हुये सनसनी खेज बातें बतायीं व हत्या कराने वाले व्यक्तियों का नाम ईश्वर देव गुप्ता, फूल किशोर उर्फ फूले पुत्रगण सुरेश चंद्र गुप्ता निवासी नगला बीच थाना नारखी बताया। पूछताछ में अभि.गण द्वारा हत्या कराने का कारण जमीनी विवाद व आपसी मतभेद बताया गया। हत्या कराने में तय की गयी सुपारी की रकम 4 लाख रुपये व 50 गज का एक प्लाट जिसमें से 60 हजार रुपये घटना से पहले बतौर एडवान्स दिये जाने की बात को स्वीकार किया गया। घटना की पूरी साजिश जीतू उर्फ जितेन्द्र की समर पर रची जाने की बात को बताया गया। दिये गये 60 हजार रुपये आपस में बाँटकर खर्च किये जाने की बात व बची हुयी शेष रकम को मामला शान्त होने के बाद ईश्वर देव गुप्ता व उसके भाई फूले के द्वारा दिये जाने की बात बतायी गयी। गिरफ्तार शुदा अभियुक्त अनिल पण्डित उर्फ गौतम व उसके साथियों से हुई पूछताछ से प्रकाश में आये सुपारी देने वाले व्यक्ति ईश्वर देव गुप्ता व उसके भाई फूले व उसके एक साथी जीतू पहलवान उर्फ जितेन्द्र को गिरफ्तार किया गया। जिनसे हिरासत में लेकर गहनता से पूछताछ की गयी तो दयाशंकर गुप्ता उर्फ डी.के. की हत्या की योजना जीतू उर्फ जितेन्द्र पहलवान की मौजूदगी में जीतू की ही समर पर हत्या की पूरी साजिश रची गयी। हत्यारों को सुपारी की रकम तय करने की बात व बतौर एडवान्स कुछ रुपये देने की बात को भी स्वीकार किया गया व मामला शान्त हो जाने के बाद पूरा पैसा दिये जाने की बात को भी स्वीकार करते हुये हत्या कराये जाने के पीछे आपसी मतभेद व जमीनी विवाद होना बताया गया। गिरफ्तार अभियुक्तों में अनिल पण्डित उर्फ गौतम पुत्र खजान सिहं जाटव नि0 मेङू थाना हाथरस जंक्शन, जयकेश उर्फ जैकी पुत्र सन्तोष यादव नि0 जेवङा तिराहा थाना मक्खनपुर, शिशुपाल उर्फ गब्बर पुत्र राजपाल ठाकुर नि0 ग्राम मटसैना थाना पचोखरा फिरो0 हाल पता हीरानगर बाईपास रोङ थाना शिकोहाबाद, बली मौहम्मद पुत्र नसरुद्दीन नि0 रतीगढी थाना नारखी,ईश्वरदेव गुप्ता पुत्र सुरेशचन्द्र गुप्ता नि0 नगला बीच थाना नारखी,फूलकिशोर उर्फ फूले पुत्र सुरेशचन्द्र गुप्ता नि0 नगला बीच थाना नारखी ,जीतू उर्फ जितेन्द्र पुत्र रामपाल सिहं जादौन नि0 नगला सिकन्दर थाना नारखी बताये गये।फरार अभियुक्तः दुर्वेश पुत्र चंद्रपाल सिंह यादव निवासी नगला नरैनी थाना सिरसागंज की तलाश जारी है। अभियुक्तों से तीन तमंचा चार जिन्दा कारतूस, एक घोखा, दो बाइक, बरामद की गयी। उक्त अभियुक्तों का जनपद के साथ अन्य जनपदों में भी अपराधिक इतिहास रहा है। गिरफ्तार करने वाली टीम में लोकेन्द्र सिहं प्रभारी मीडिया सेल, थानाध्यक्ष नारखी विनोद कुमार, एस.ओ.जी.प्रभारी कुलदीप सिहं, उ.नि गौरीशंकर पटेल, उ.नि श्री आशेष कुमार, का0 812 राहुल यादव, का0 1192 नदीम खाँ, का0 1031 रवीन्द्र कुमार एस.ओ.जी, कानि. 1204 पुष्पेन्द्र कुमार, कानि. 985 राहुल सिंह, सर्विलाँस टीमः का0 406 आशीष शुक्ला ,का0 1337 मुकेश कुमार, का0 118 रघुराज सिंह, का0 821 अनिल कुमार आदि थे।

 

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