महिला ने लगाया पुलिस पर अपहरण का झूठा मुकदमा लिखने का आरोप
शिकोहाबाद। थाना सिरसागंज की एक महिला ने अपनी सास पर अपने बेटे का अपहरण होने का पीडिता के भतीजे पर झूठा मुकद्दमा थाने में लिखवाया है। वही महिला अपने तीन साल के बच्चे को लेकर दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर है। महिला ने उच्च अधिकारियों से विवेचना को दूसरे थाने में स्ंथातरण कराकर उसकी निष्पक्ष जांच कराने की गुहार लगाई है।
करहल रॉड पानी की टंकी के पास सिरसागंज निवासी क्रांति देवी पत्नी हेमन्त कुमार ने आरोप लगाया कि मेरे भतीजे संजू पर पुलिस ने मेरी संास के कहने पर मेरे पति का अपहरण का झूठा मुकद्दमा लिखकर मेरे भतीजे को फंसा दिया है। पीड़ित महिला ने बताया कि मेरे पति को नशे की लत थी। जिससे वह काफी परेशान थे। 5 सितंबर को मेरे पति दुकान पर आए और कहा कि मैं नशे से बहुत परेशान हो गया हूं मुझे नशा मुक्ति केंद्र भर्ती करा दो जिसके बाद मैं और मेरा भतीजा संजू अपने पति को 6 सितम्बर को दतिया मध्य प्रदेश में बने नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती करा दिया। जिसकी रसीद मेरे पास हैं। तभी मेरी सांस मनोरमादेवी ने 7 सितम्बर को सिरसागंज थाने मे मेरे भतीजे के खिलाफ मेरे पति के अपहरण का झूठा मुकद्दमा लिखवा दियां। और पुलिस ने मेरे भतीजे की मोटरसाइकिल थाने मे खडी करा दी। पीडित महिला ने बताया कि पुलिस विवेचना में पति का नशा मुक्ति केन्द्र में भर्ती कि रशीद भी दिखााने के बाद नही मानी पुलिस मेरे पति को नशा मुक्ति केन्द्र से लाकर उसके मां को सौप दिया। बताया कि मेेरे पति कि जमीनों को मेरी सांस बेच रही है। और करहल राॅड पर बनी मेरे पति कि दुकान को भी बेच दिया है। लेकिन कोर्ट के स्टे मिलने के बाद पुलिस उसको खाली नही करा पाई। आरोप है कि इंस्पेक्टर और एसआई मेरी सांस से मिले हुए है। वही महिला अपने 3 साल के बच्चे को लेकर दर की ठोकरें खाने को मजबूर हूं और अपने बच्चे के साथ अकेली दुकान में रहती है। महिला ने आईजी आगरा को शिकायत पत्र दिया है जिसमे उसने थाने मे लिखे मुकद्दमा को दूसरे थाने में स्थांतरण कराकर उसकी निष्पक्ष जांच करने की मांग कि है।