कोर्ट के आदेशों के 16 दिन बाद भी नहीं दर्ज हुआ मुकदमा
टूंडला। किसी काम से घर के बाहर गई नाबालिग के साथ पड़ोस के ही लड़कों ने छेड़छाड़ कर दी। पीड़िता मुकदमा लिखाने के लिए पिछले पांच माह तक थाने के चक्कर लगाती रही। अब न्यायालय ने फर्जी ढंग से राजीनामा कराने के प्रकरण की जांच करते हुए मुकदमा दर्ज करने के आदेश थाना टूंडला पुलिस को किये हैं। कोर्ट के आदेशों के 16 दिन बीत जाने के बावजूद टूंडला पुलिस ने अब मुकदमा दर्ज नहीं किया है।
थाना टूंडला क्षेत्र के अंतर्गत न्यू शिवनगर निवासी 16 वर्षीय नाबालिग बीते 1 जून को किसी काम से शाम 5 बजे करीब घर के बाहर गई हुई थी। वह काम करने के बाद अपने घर वापस लौट रही थी। तभी रास्ते में पहले से छुपकर बैठे गांव के ही गोपाल, कन्हैया, पुष्पेंद्र उर्फ गुल्ला, राहुल, नरेंद्र एवं राजीव ने उसको बदनीयती के चलते पकड़ लिया। उसके साथ छेड़खानी की। साथ ही उसको गिराकर उसके कपड़े फाड़ दिए। पीड़िता के नाजुक अंगों के साथ छेड़छाड़ की गई। पीड़िता किसी तरह से बचकर डरी सहमी अपने घर पहुंची। जहां पहुंचकर पूरी घटना से अपनी मां को अवगत कराया। जिसको सुनने के बाद परिवारीजनों के होश उड़ गए। पीड़िता एवं उसकी मां ने विपक्षी के घर जाकर मामले की शिकायत की। जिस पर विपक्षीगणों ने पीड़िता एवं उसकी मां के साथ गाली-गलौज करते हुए उन्हें मारपीट कर धमकाकर भगा दिया। पीड़िता ने घटना की शिकायत इलाका पुलिस से की थी। जिस पर पीड़िता पक्ष का आरोप है कि पीड़िता के फर्जी राजीनामा करा दिया गया है। जबकि पीड़िता हस्ताक्षर भी नहीं कर पाती है। पीड़िता ने इस मामले की शिकायत ऑनलाइन पोर्टल एवं पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को डाक से शिकायत भेजकर भी की है। पीड़िता अपने परिवार के साथ मुकदमा दर्ज कराने के लिए पिछले पांच माह से थाने के चक्कर लगा रही है, लेकिन पुलिस ने उसका मुकदमा दर्ज न करते हुए उसे थाने से ही टरका दिया। आखिर में पीड़िता ने न्यायालय की शरण ली है। कोर्ट ने गत 3 अक्टूबर को थाना टूंडला पुलिस को मुकदमा दर्ज करने के लिए आदेशित किया है। इसके बावजूद 16 दिन बीत जाने के बावजूद पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया है।