पटाखा विस्फोट पीड़ितों का धरना मुआवजा राशि को बताया नाकाफी, कहा- इतनी रकम में मलबा भी नहीं हटेगा
फिरोजाबाद के नौशहरा गांव में हुए पटाखा विस्फोट के बाद पीड़ित परिवारों में नाराजगी बढ़ती जा रही है। विस्फोट के कारण जिनके घर जमींदोज या क्षतिग्रस्त हो गए थे, उन्हें सरकार की तरफ से दी गई मुआवजा राशि को प्रभावित परिवारों ने नाकाफी बताया है। सरकार द्वारा मकानों की मरम्मत के लिए केवल 6,500 रुपये दिए जाने की घोषणा के बाद से ग्रामीणों में आक्रोश है पीड़ित परिवारों ने प्रशासन के खिलाफ धरना दिया और मुआवजे की राशि बढ़ाने की मांग की।
विस्फोट में पांच लोगों की मौत हो गई थी, और दर्जनों मकान या तो पूरी तरह से जमींदोज हो गए या भारी क्षति पहुँची। जिन मकानों के पूरी तरह से ध्वस्त होने पर एक लाख 20 हजार रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की गई है, वहीं आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त मकानों के लिए सिर्फ 6,500 रुपये की सहायता से लोग आक्रोशित हैं। धरने पर बैठे ग्रामीणों ने कहा कि इस राशि से तो मलबा भी साफ नहीं हो पाएगा, मरम्मत तो बहुत दूर की बात है प्रशासन की ओर से क्षतिग्रस्त मकानों को गिराने के लिए नोटिस जारी किया गया है, लेकिन पीड़ित परिवारों को अभी तक पर्याप्त मदद नहीं मिल पाई है। ग्रामीणों ने मुआवजा राशि बढ़ाने की मांग करते हुए कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।