मण्डलायुक्त आगरा मण्डल आगरा ने जनपद के मास इंटरमीडिएट बूस्टर पंपिंग स्टेशन का किया निरीक्षण, इसे शीघ्र पूरा करने के दिए निर्देश।
फिरोजाबाद ब्लाॅक का निरीक्षण करते हुए उन्होने स्वंय सहायता समूह की महिलाओं से की मुलाकात, उनके द्वारा निर्मित कांच के सामानों की, की प्रंशसा।
दवाओं की उपलब्धता अस्पताल में ही सुनिश्चित किया जाए: आयुक्त महोदया
आज आयुक्त महोदया द्वारा जनपद के विभिन्न स्थानों का भ्रमण किया गया, जिसमंे सर्वप्रथम उन्होने मास इंटरमीडिएट बूस्टर पंपिंग स्टेशन जिसका निर्माण जल जीवन मिशन के तहत किया जा रहा है उसका निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान उन्होने निर्देशित किया कि इस प्रोजेक्ट को ससमय पूरा करें इसको पूरा करने के लिए मजदूरों की संख्या बढ़ाए। साथ ही आयुक्त महोदया को यह भी बताया गया कि इसके अन्तर्गत 50 लाख ग्रामीणों के घरों को आच्छादित किया गया है जो इस योजना के अंतर्गत आएंगे। साथ ही आयुक्त महोदया को यह भी संज्ञानित कराया गया है कि आठ पम्प हाउस पर काम चल रहा है, 45 परसेंट कार्य हो चुका है, शेष कार्य को ससमय पूरा कर लिया जाएगा। आयुक्त महोदया ने कहा कि यह जिले की बहुत ही महत्वपूर्ण परियोजना है, इसे ससमय पूरा करें, इससे ग्रामीण आबादी लाभान्वित होगी। उन्होंने जिलाधिकारी से कहा कि जनपद के पांचों उप जिलाधिकारियों को सदैव सक्रिय रखें जो इस परियोजना का लगातार निरीक्षण-परीक्षण करते रहेंगे, जिससे इस परियोजना में विलम्ब न हो। कार्यदाई संस्था के द्वारा आयुक्त महोदया को बताया गया कि यह कार्य दिसंबर 2024 तक पूर्ण हो जाएगा।
इसके पश्चात् आयुक्त महोदया ने विकास खण्ड फिरोजाबाद का निरीक्षण किया। इस निरीक्षण के दौरान उन्होने ब्लाॅक के विभिन्न कार्यालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होने विभिन्न पटलों पर कार्यरत् कर्मचारियों से उनका ब्यौरा जाना, जिसमें सेवा पुस्तिका, जीपीएफ पासबुक, चरित्र प्रविष्ठियां साथ ही यह भी जानना चाहा कि मानव सम्पदा पोर्टल का डाटा सम्पूर्ण डाटा फीड हुआ है कि नही। साथ ही उन्होने वहां भ्रमण पुस्तिका और उपस्थिति पंजिका को भी देखा एवं ग्राम प्रधानों के चुनाव के विषय में भी खण्ड विकास अधिकारी से जानकारी मांगी। आयुक्त महोदया ने खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया कि कोई भी ऐसा व्यक्ति कार्यालय में न पाया जाया जाए जो संविदा, आउटसोर्सिंग या सरकारी कर्मचारी न हो। उसके बाद उन्होने शिकायत पंजिका को भी देखा, जिसमें आई0जी0आर0एस0 के मामलों को समय अवधि के अन्तर्गत निस्तारित करने के निर्देश भी दिए। उन्होने लेखाकार कक्ष मंे जाकर ग्रांट रजिस्टर को देखा, जिसमें आय-व्यय की जानकारी प्राप्त की। इसके पश्चात् आयुक्त महोदया द्वारा राष्ट्रीय ग्रामीण आजिविका मिशन द्वारा संचालित स्वंय सहायता समूह की महिलाओं से वार्ता की गयी, महिलाओं ने आयुक्त महोदया का माल्र्यापण कर स्वागत किया। आयुक्त महोदया ने महिलाओं से उनके द्वारा निर्मित सामानों के विषय में जाना। महिलाओं ने बताया कि इस समूह से जुड़ने के बाद उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है तथा हर महीनें हम सब 10 से 15 हजार रू0 कमा लेती है, आयुक्त महोदया ने इनके द्वारा निर्मित सामानों को बाजार उपलब्ध कराने और उनके द्वारा और भी उत्पादों की बनाने की बात कही। जिलाधिकारी ने आयुक्त महोदया को अवगत कराया कि इन महिलाओं द्वारा 37500 तिरंगा झण्डा भी बनाया जा रहा है। आयुक्त महोदया ने कहा कि महिलाऐं हैण्डीक्राफ्ट के सामानो को बनाने में अत्यंत कुशल होती है इसलिए जरूरी है कि ज्यादा से ज्यादा हैण्डीक्राफ्ट के सामान इनके द्वारा निर्मित किए जाए इससे उनकी आर्थिक स्थिति तो सुधरेगी ही, साथ ही इनके हुनर का प्रयोग भी किया जा सकेगा। कुल यहां 1029 स्वंय सहायता समूह कार्यरत है, जिसमें 12087 महिलाऐं है, आयुक्त महोदया ने ब्लाॅक परिसर में अमलताश के पौधें का रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया।
इसके उपरांत आयुक्त महोदया ने जिला चिकित्सालय का भ्रमण किया, जिसमें उन्होने सर्वप्रथम 100 सैय्या बेड के हाॅस्पीटल का निरीक्षण किया जहां उन्होने वहां भर्ती महिला साइस्तां से बात की, उसने बताया कि उसकी डिलीवरी तो गयी है परंतु जननी सुरक्षा योजना के तहत जो धनराशि मिलती है वह उसे अभी तक प्राप्त नही हुई है। आयुक्त महोदया ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया कि इस महिला को मिलने वाली धनराशि उपलब्ध कराई जाए और इसके पश्चात् वह आईसीयू व पैथोलोजी सेण्टर देखने गयी जहां पैथोलोजी से प्राप्त रिपोर्ट को तुरंत वाट्सअप पर उपलब्ध कराने की बात कही जिससे मरीजों को बार-बार इसके लिए हाॅस्पीटल का चक्कर न लगाना पड़े। इसके उपरांत आयुक्त महोदया ने 200 सैय्या बेड का निरीक्षण किया और इस अस्पताल को अस्पताल प्रशासन को जल्द से जल्द सौपने की बात कहीं, जिससे मरीजों को सम्पूर्ण लाभ दिलाया जा सके। इसके पश्चात् आयुक्त महोदया ने जिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया जहां उन्होने पुरूष और महिला वार्ड मंे जाकर मरीजों से उनका हाल जाना, दवा मिलने की बात पूंछी और डाक्टरों से निरन्तर भ्रमणशील रहने को कहा, ताकि मरीजों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो। आयुक्त महोदया ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि दवाओं की उपलब्धता जिला अस्पताल में ही रहें बाहर से कोई भी मरीज दवा न लें इस बात को सुनिश्चित करा लें। आयुक्त महोदया ने अंत में कहा कि साफ सफाई का इसमें विशेष रूप से ध्यान रखें, गांव में, नगरों में लगातार साफ-सफाई होती रहें, जिससे संचारी रोगों के नियंत्रण में मदद मिल सके। इस अवसर पर जिलाधिकारी रमेश रंजन, अपर आयुक्त डा0 कंचन शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी शत्रोहन वैश्य, नगर आयुक्त घनश्याम मीणा, अपर नगर आयुक्त हसन अब्बास नकवी, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कृति राज आदि अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहें।