सीडीओं ने ‘‘कैच द रैन‘‘ की बैठक कर सभी सम्बन्धित अधिकारियों को जल संरक्षण पर काम करने के दिए निर्दंेष।
जनपद में जल संरक्षण व भूजल संवर्धन के लिए हुए सैंकड़ों कार्य, परिणाम स्वरूप, भू जल स्तर में हुआ सुधार, अभी और जन जागरूकता की है जरूरत-सीडीओ।
मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन ने जनपद के जल संरक्षण व भू जल संवर्द्धन के लिए आज मंगलवार को कलैक्ट्रेट सभागार में सभी सम्बन्धित ब्लाॅक व जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ कैच द रैन की बैठक कर दिए निर्देष। बैठक के दौरान उन्होने बताया कि केन्द्र सरकार द्वारा जल संरक्षण के लिऐ चलाये जा रहे जल शक्ति अभियान के ‘‘कैच द रैन व नारी शक्ति से जल शक्ति‘‘ थीम के साथ जनपद में जल संरक्षण व भूजल के समुचित उपभोग को प्रोत्साहन देने के लिऐ जिला प्रशासन द्वारा जन भागीदारी को बढ़ावा देने का प्रयास किया गया है। उन्होने बताया कि केन्द्र व राज्य सरकार जल संरक्षण के लिऐ चिन्ताशील है और इस दिशा में भूजल पर निरर्भता कम करने व भूजल पुर्नभरण हेतु वर्षा जल संरक्षण के बेहतर क्रियान्वयन के लिऐ तेजी से कार्य कर रही है। वर्तमान में जनपद के विकास खण्ड फिरोजाबाद, टुण्डला, शिकोहाबाद, नारखी एवं हाथवन्त अतिदोहित श्रेणी में, विकास खण्ड अराँव क्रिटिकल व विकास खण्ड एका, जसराना एवं मदनपुर सेमी क्रिटिकल श्रेणी में है। जनपद में पिछले कई वर्षों से भूजल गहराता जा रहा है।
बैठक के दौरान उन्होने बताया कि जल संरक्षण हेतु जिलाधिकारी के निर्देशन में जनपद फिरोजाबाद में विगत वर्ष 2022-23 के दौरान जल संरक्षण व भूजल संवर्धन के लिए 521 तालाबों का मनरेगा योजना के तहत जीर्णोद्वार, 224 तालाबों को मनरेगा योजना के माध्यम से अमृत सरोवर के रूप में विकसित किया गया। इसके अतिरिक्त जनपद में 2000 से अधिक तालाब है तथा सरकारी, अर्द्ध सरकारी भवनों पर रूफ टॉप रेन वाटर हार्वेस्टिंग कि स्थापना की गयी, जिसको वर्षाकाल से पहले साफ व सुदृण करने के निर्देष सम्बन्धित कार्यालयध्यक्षों को दिए। उन्होने उप निदेषक कृषि को निर्देष दिए कि किसान गोष्टीयों में जागरूक करें कि वह खेत का पानी खेत में संचयन करें और इस वर्षाकाल में खेतों पर अधिक से अधिक पौधारोपित करें। उन्होने सभी को निर्देष दिए कि वह सरकारी व गैर सरकारी भवनों में रूफ टाॅफ रैन वाटर हार्वेस्टिंग बनाऐं।
उन्होने सभी खण्ड विकास अधिकारी को निर्देष दिए कि वह अपने क्षेत्रांर्गत जनपद की पांचो नदी सिरसा, सेंगर, आवा, ईशान व अरिन्द नदी का पुनरोद्धार का कार्य कराने के लिए  जल्द एस्टीमेट तैयार करें और साथ के साथ कार्य प्रारम्भ भी करा दें। उन्होने यह भी निर्देष दिए कि नदियों के जीर्णांेद्धार के साथ ही नदी के किनारों पर बडी संख्या में पौधारोपण भी कराए, जिसके लिए सभी आवष्यक तैयारियां पूर्ण कर लें। उन्होने कहा कि इस कार्य की वास्तविकता व गुणवत्ता के लिए ड्रोन से फोटोग्राफी भी जाएगी।
बैठक के दौरान परियोजना निदेशक प्रदीप पांडे, जिला विकास अधिकारी महेंद्र प्रताप यादव, जिला अर्थ एवं संख्या अधिकारी एमपी सिंह, एक्स ई एन सिंचाई सहित संबंधित जिला स्तरीय अधिकारी, सभी खंड विकास अधिकारी आदि उपस्थित रहे।

About Author

Join us Our Social Media