जिलाधिकारी रमेश रंजन द्वारा आज शुक्रवार को वृहद गौ आश्रय केन्द्र मदावली का औचक निरीक्षण किया गया। अभी हाल ही में मदावली में बीमारी के कारण गायों की मृत्यु होने की सूचना पर जिलाधिकारी ने सख्त कार्रवाई करते हुए एनजीओ संचालक के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज कराई गई थी और तब से गौ आश्रय केंद्र संचालन का कार्य ग्राम्य विकास विभाग एवं पशु विभाग द्वारा किया जा रहा है। जिलाधिकारी के
निरीक्षण के समय वृहद गौ आश्रय केन्द्र मदावली में 580 गौवंश संरक्षित है जिसमें 182 नर तथा 398 मादा गौवंश संरक्षित है। समस्त नर तथा मादा गौवंशों के लिए अलग अलग शेड बने है तथा उन्हें पृथक-पृथक रखा जा रहा है। निरीक्षण के समय गौ आश्रय केन्द्र की नाद में गौवंशों के लिए पर्याप्त मात्रा में भूसा उपलब्ध पाया गया। किन्तु हरा चारा कम होने के कारण जिलाधिकारी द्वारा खण्ड विकास अधिकारी को कडे निर्देश निर्गत किये गये है कि इन्हें समय समय पर हरा चारा व दाना भी दिया जाय। निरीक्षण के समय स्टोक में 240 कुन्तल भूसा, 2 कुन्तल दाना उपलब्ध पाया गया। साफ सफाई के सम्बन्ध कड़े निर्देश निर्गत किये गये कि केयरटेकरों द्वारा साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाये। पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा प्रत्येक दिन गौशाला का भ्रमण कर गौवंशों के स्वास्थ्य का परीक्षण कर उन्हें दवाये समय से दी जायें। संरक्षित गौवंशों के पीने वाली पानी की टंकी के ऊपर टीन शेड न होने के कारण जिलाधिकारी महोदय द्वारा निर्देशित किया गया कि पीने की पानी के टंकी के ऊपर शेड का निर्माण खण्ड विकास अधिकारी शीघ्र बनाया जाना सुनिश्चित करें। पीने के पानी की टंकी के आस-पास के गढ्ढों को समतल कराया जाये एवं गौशाला को आकर्षक स्वरूप प्रदान किया जाये। गौशाला के शेड की शीट जगह-जगह टूटी है, तत्काल ठीक कराये जाने के निर्देश खण्ड विकास अधिकारी टूण्डला को दिये गये। उप जिलाधिकारी टूण्डला, पशु चिकित्साधिकारी टूण्डला, व खण्ड विकास अधिकारी निरीक्षण के समय उपस्थित रहे। जिलाधिकारी महोदय फिरोजाबाद द्वारा समस्त अधिकारीगण को निर्देशित किया गया है सभी अधिकारीगण गौशाला का निरीक्षण कर गौशाला में पायी जाने वाली कमियों का तत्काल सुधार करायें।