सावन UP एसटीएफ और अयोध्या पुलिस की ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान एनकाउंटर में अपराधी अनीश खान को ढेर किया गया है। पुलिस ने कुछ ही दिनों पहले आरोपी पर एक लाख रुपये का इनाम भी रखा था।
सरयू एक्सप्रेस में महिला कांस्टेबल पर जानलेवा हमले में शामिल मुख्य आरोपी को पुलिस और एसटीएफ ने मुठभेड़ में मार गिराया है। पुलिस ने इस मामले के आरोपी अनीश खान को एनकाउंटर में ढेर कर दिया है। बात दें कि यूपी STF और अयोध्या पुलिस ने ज्वाइंट ऑपरेशन चलाया था। मुठभेड़ में 3 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। पुलिस के मुताबिक अनीस क्रॉस फायरिंग में मारा गया है. अनीस के दो अन्य साथी अयोध्या के इनायतनगर में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किए गए हैं।
क्रॉस फायरिंग में मारा गया आरोपी
पुलिस के मुताबिक अनीस क्रॉस फायरिंग में मारा गया है। अनीस के दो अन्य साथी अयोध्या के इनायतनगर में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किए गए हैं। मारे गए बदमाश अनीस के दो अन्य साथी आजाद और विशंभर दयाल उर्फ लल्लू घायल है। मारा गया मुख्य आरोपी अनीस महिला कांस्टेबल से ट्रेन में छेड़खानी कर रहा था। महिला सिपाही ने जब बदमाश को पटक दिया तो तीनों बदमाशों ने महिला पर जानलेवा हमला कर दिया था और उसके चेहके को लहूलुहान कर दिया था।
जानिए क्या था पूरा मामला
आपको बता दें कि सुल्तानपुर में तैनात महिला कांस्टेबल पर सरयू एक्सप्रेस में जानलेवा हमला सीट पर बैठने को लेकर हुए विवाद की वजह से हुआ था। लखनऊ के जीएमसी में भर्ती महिला कांस्टेबल से पूछताछ के दौरान पुलिस टीम को यह अहम जानकारी दी थी। इसके बाद एसटीएफ की टीमें मनकापुर से अयोध्या आने वाले 150 से अधिक लोगों से पूछताछ कर हमलावरों की तलाश में जुट गई थी।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ एक लाख रुपये का रखा था इनाम
पुलिस ने आरोपियों के बारे में जानकारी देने वाले को एक लाख रुपये इनाम देने की भी घोषणा की थी। यह पूरी घटना 30 अगस्त की बताई जा रही है। मनकापुर से अयोध्या आ रही सरयू एक्सप्रेस में महिला कांस्टेबल के साथ हुई थी। रिपोर्ट के मुताबिक सरयू एक्सप्रेस में महिला कांस्टेबल ऊपर वाले बर्थ पर लेटी हुई थी, जिसको लेकर दोनों हमलावरों से उसका मकनापुर में ही झगड़ा हुआ था।
ट्रेन जब मनकापुर से अयोध्या के लिए निकली, 10 मिनट के बाद ट्रेन ने स्पीड पकड़ी तभी दोनों हमलावरों ने महिला कांस्टेबल पर हमला कर दिया। पुलिस ने इस मामले में करीब पौने दो सौ संदिग्धों से पूछताछ की थी। पुलिस ने सर्विलांस के साथ-साथ मुखबिरों को भी सक्रिय किया था। मनकापुर से अयोध्या के बीच करीब 200 गांवो में पुलिस की टीमें मुखबिरों के जरिए हमलावरों को तलाश रही थी।
घटनाक्रम को लेकर आधी रात को हाई कोर्ट में हुई थी सुनवाई
इस हमले के बाद इलाहाबदा हाईकोर्ट ने इस पुरे मामले को गंभीरता से देखते हुए इस पर स्वत: संज्ञान लिया था। इस मामले की स्पेशल सुनवाई के लिए रात में अदालत खुली और जज ने घर पर बेंच बिठाई। इसके बाद रेलवे और सरकार से कोर्ट ने सख्त सवाल पूछे और कार्रवाई की जानकारी देने को कहा। चीफ जस्टिस ने देर रात बुलाई अपनी स्पेशल बेंच में न सिर्फ नाराजगी जताई बल्कि राज्य सरकार और रेलवे को नोटिस जारी किया था।
साथ ही दोबारा से इस मामले की सुनवाई का वक्त दिया था. इसमें सरकार को कुछ जवाब के साथ हाजिर रहने का आदेश दिया गया था। यही नहीं एडिशनल सॉलिसिटर जनरल को भी अदालत में मौजूद रहने का भी कहा गया था।