-खारे पानी व पेयजल की समस्या से जल्द निजात दिलाने के लिए सतही पेयजल योजना का कार्य प्रारम्भ करने के दिए निर्देश
फिरोजाबाद। जिलाधिकारी डॉ उज्ज्वल कुमार की अध्यक्षता में गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में मुख्यमंत्री जी के विकास प्राथमिकता कार्यक्रमों व निर्माणाधीन परियोजनाओं की समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई।
जिलाधिकारी डॉ उज्जवल कुमार ने बैठक में अधिशाषी अभियन्ता जल निगम ग्रामीण को निर्देश दिए कि जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों मंे खारे पानी व पेयजल की समस्याऐं उनके पास आ रहीं है, इसके स्थायी समाधान के लिए सतही पेयजल योजना के कार्य को जल्द प्रारम्भ किया जाए। इसके लिए उन्होने जनपद में नामित कार्यदायी एजेन्सी को जल्द बुलाकर इसी माह से कार्य प्रारम्भ कराएं जाने के निर्देश दिए। उन्होने जल जीवन मिशन योजना केे अन्तर्गत हर घर जल के लिए रेट्रो फीटिंग द्वारा कराए गए कार्यों व खराब गुणवत्ता के कारण ग्रामीणों के घरों तक पाइप पेयजल नही पहुंच रहा है, इसके सम्बन्ध में मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन ने बताया कि अभी हाल ही में ग्राम प्रधानों ने लिखित शिकायत की है कि उनकी ग्राम सभा में पानी सप्लाई नही हो रही है, पाइप पेयजल योजना खराब गुणवत्ता के रैट्रो फीटिंग कार्यों के सम्बन्ध में पिछली दिशा की बैठक में क्षेत्रीय सासंद डॉ चन्द्रसैन जादौन ने भी शिकायत दर्ज कराई थी, जिसकी जांच कराई जा रही है। इस सम्बन्ध में जिलाधिकारी ने एक्सईएन जल निगम ग्रामीण पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उन्होने निर्देश दिए कि जल्द ही इसकी अलग से बैठक बुलाकर समीक्षा की जाएगी और उसके अनुसार आगे की कार्यवाही अमल में लाई जाएगी। जिलाधिकारी ने सभी उपजिलाधिकारियों व खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह अपने ग्राम सचिवालय में ग्राम स्तरीय कर्मचारियों को रोस्टरवायज डयूटी लगाकर बैठाना सुनिश्चित करंे, इस दौरान ग्राम स्तरीय कर्मचारी स्थानीय स्तर पर जनता की समस्याओं को त्वरित गति से निस्तारित करना सुनिश्चित करेंगे, जिससे अनावश्यक ग्रामीणों को तहसील व जिला मुख्यालय तक उन्हे नही आना पडे़गा। बैठक में अधिशासी अभियन्ता आरईएस के अनुपस्थित रहने एवं उनके कार्याें की खराब प्रगति पर उनके विरूद्ध शासन को पत्र लिखे जाने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन, मुख्य चिकित्साधिकारी, परियोजना निदेशक, जिला विकास अधिकारी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, बेसिक शिक्षाधिकारी सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारी एवं कार्यदायी संस्थाओं के अधिकारी मौजूद रहें।