– मच्छरों से बचाव के लिए विभिन्न उपाय अपनाने लगे हैं लोग रू सीएमओ
फिरोजाबाद। जनपद में जन समुदाय में विभाग द्वारा चलाए जा रहे कार्यक्रमों से जनपदवासियों में मलेरिया के प्रति काफी जागरूकता आई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा क्षेत्रों में सघन दौरों से तथा दस्तक अभियान के घर-घर जाकर आशा कार्यकर्ताओं द्वारा दी जा रही जानकारियों से लोग मच्छरों से बचाव के लिए विभिन्न उपाय अपनाने लगे हैं जिसका प्रतिफल है कि इस वर्ष माह मई के अंत तक जनपद में मलेरिया का एक भी के सामने नहीं आया है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र सिंह का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ शिक्षा विभाग, पंचायत विभाग तथा अन्य विभागों के सहयोग से चलाए गए जागरूकता कार्यक्रमों का लोगों में काफी असर हुआ है। लोगों ने मच्छरों से होने वाली बीमारियों के प्रति रोकथाम के उपाय अपनाएं हैं। मच्छरों के काटने से मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसी बीमारी होती हैं। विभाग द्वारा विगत वर्षों में मलेरिया, डेंगू बीमारी प्रभावित क्षेत्रों पेंढत, कोटला, भरौल जैसे क्षेत्रों पर विशेष ध्यान दिया गया। सीएमओ ने कहा कि अभी भी लोगों को मच्छरों से बचाव करने की जरूरत है, ऐसे ही लोग जागरुकता दिखाएंगे तो पूरे साल मलेरिया के केस शून्य रहेंगे।
नोडल ऑफिसर तथा एसीएमओ डॉ अशोक कुमार ने बताया संचारी रोग नियंत्रण अभियान, मलेरिया माह जैसे कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है। आशा कार्यकर्ताओं द्वारा भी घर-घर जाकर लोगों को मलेरिया से बचाव तथा क्षेत्र के स्कूलों में प्रार्थना सभा में साफ-सफाई के प्रति तथा ग्राम पंचायत विभाग द्वारा गांव में चलाए गए कार्यक्रमों से लोगों में मलेरिया बीमारी के प्रति काफी जागरूकता आई है।
जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) एसपी गुप्ता ने बताया कि मलेरिया मादा मच्छर एनोफिलीज के काटने से होता है। यह मच्छर सामान्यत शाम और सुबह के बीच काटता है। यदि किसी स्वस्थ व्यक्ति को मलेरिया का संक्रमित मच्छर काटता है तो वह स्वयं तो संक्रमित होगा ही, दूसरों को भी संक्रमित कर सकता है। यदि व्यक्ति में मलेरिया संभावित लक्षण दिखें तो स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर या प्रशिक्षित डॉक्टरों से ही परामर्श लें तथा जांच कराएं। डीएमओ ने बताया कि मलेरिया की जांच सभी सरकारी केंद्रों सीएचसी, पीएचसी, हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर उपलब्ध है।