WhatsApp Image 2024-03-22 at 8.27.56 PM
WhatsApp Image 2024-03-22 at 8.27.56 PM (1)
WhatsApp Image 2024-03-22 at 8.27.55 PM

जनपद के ग्रामीण क्षेत्र में स्वच्छ भारत मिशन योजना के प्रभावी क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण हेतु जिलाधिकारी रवि रंजन की अध्यक्षता में कलैक्ट्रेट सभागार में जिला स्वच्छता समिति की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने स्वच्छ भारत मिशन योजनांतर्गत विगत वर्ष में मदवार व्यय धनराशि के सापेक्ष कराये गये कार्यों की समीक्षा करने के साथ ही चालू वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्राप्त धनराशि एवं व्यय के सापेक्ष प्रस्तावित व कराये जा रहे कार्यों को एक-एक कर जिला पंचायत राज अधिकारी से जाना। बैठक में डीपीआरओ द्वारा चालू वित्तीय वर्ष में प्रशासनिक खर्चें यात्रा भत्ता तथा वाहन का अनुबंध बडाये जाने, सामुदायिक शौचालय निर्माण, आई.ई.सी. गतिविधियां, ठोस एवं द्रव अपशिष्ठ प्रबंधन की कार्ययोजना एवं जनपद की ग्राम पंचायतों में बनवाए गए सामुदायिक शौचालयों के संचालन के बारे में विस्तार से जाना। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा की स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण योजनांतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में सामुदायिक शौचालय के बेहतर संचालन जिसका सीधा लाभ स्थानीय लोगों को मिल सके और वह ग्राम पंचायत पूरी तरह खुले में शौच मुक्त रहे। उन्होने कहा कि लाभार्थियों को दिये गये व्यक्तिगत शौचालय निर्माण एवं ग्रामीण स्वच्छता के कार्य तथा आई.ई.सी. गतिविधियां द्वारा जन जागरूकता कार्यक्रम पूर्ण पारदर्शिता के साथ दिखने चाहिए, जिससे लोगों में स्वच्छता के प्रति और अधिक सजगता आये। इसके लिए उन्होने जिला पंचायत राज अधिकारी व जिला विकास अधिकारी व सभी खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह सभी ग्राम पंचायतों, राजस्व ग्रामों व मजरों में एनएसएस, मंगल दल व नेहरू युवा केन्द्र व स्वंय सहायता समूूह की महिलाऐं एवं स्थानीय सक्रिय लोगों की टीम बनाकर जिसके सभी सदस्यों को स्वच्छता लोगो की टी-शर्ट व आई कार्ड जारी कर गोवर, तरल एवं ठोस अपशिष्ट प्रबन्धन एवं स्वच्छता पर कार्य किया जाए। उन्होने यह भी निर्देश दिए कि बनवाए गए सामुदायिक शौचालय के बेहतर संचालन की एक जनपद स्तरीय प्रतियोगिता कराई जाए और उसमें बेहतर शौचालय संचालन करने वालें केयर टेकरों को जिला स्तर पर पुरूस्कृत किया जाए।
बैठक में उन्होने सभी खण्ड विकास अधिकारियों व जिला पंचायत राज अधिकारी एवं पंचायत अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि जागरूकता सृजन, व्यवहारगत बदलाव लाने तथा घरों, विद्यालयों, आंगनबाडियों, सामुदायिक एकजुटता वाले स्थानों तथा ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन गतिविधयों में स्वच्छता सुविधाओं के लिए बल दिया जाए। जिससे लोगों में बदलाव लाने तथा सामाजिक और व्यवहारिक परिवर्तन सम्प्रेषण तथा घर-घर आकर पहलों के माध्यम से शौचालयों का प्रयोग पर ध्यान संकेन्द्रित किया जाए। चूंकि खुले में शौच मुक्त ग्रामों की स्थिति तब तक शत प्रतिशत प्राप्त नहीं की जा सकती है जब तक कि सभी परिवार और अलग-अलग व्यक्ति प्रतिदिन, हर बार शौचालय का प्रयोग के प्रति अपेक्षित व्यवहार के अनुरूप न हों तथा बाहरी व्यक्तियों पर सामुदायिक कार्यवाई और समकक्ष दबाव का सृजन होना चाहिए। उन्होने कहा कि समकक्ष दबाव पैदा करने के लिए समुदाय-आधारित निगरानी एवं सतर्कता समितियों का होना जरूरी है। बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन, वरिष्ठ कोषाधिकारी अनुराग श्रीवास्तव, जिला विकास अधिकारी महेन्द्र प्रताप यादव, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आशीष कुमार पाण्डेय सहित सभी खण्ड विकास अधिकारी आदि उपस्थित रहें।

About Author

Join us Our Social Media