क्षणिक शारीरिक सुख के लिए कलेजे के टुकड़े को प्रेमी से जिंदा नहर में फिंकवाया
पुलिस ने मृत बालक की मां और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर भेजा जेल
फिरोजाबाद थाना शिकोहाबाद। शारीरिक सुख के लिए अपनी कोख से जन्मे कलेजे के टुकड़े को प्रेमी से जिंदा नहर में फिकवा कर उसकी हत्या करा दी। बालक का दोष इतना था कि उसने मां और उसके प्रेमी को आपत्ति जनक हालत में देख लिया था। जिसके बाद मां ने चेचेरे देवर के साथ मिल कर उसे रास्ते से हटा दिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय के आदेश पर जेल भेज दिया।
एसपी ग्रामीण कुमार रण विजय सिंह ने घटना का खुलासा करते हुए बताया कि 20 फरवरी को रुकनपुरा के मोहल्ला पजाया निवासी मुकीम ने थाने में अपहरण की तहरीर दी थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। संदेह के आधार पर पुलिस ने मुकीम के चचेरे भाई फरमान और उसकी पत्नी फरजाना को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पूछताछ में फरमान ने बताया कि उसने जीशान (12) को नहर में फेंक दिया। जब उससे कारण पूछा तो उसने बताया कि वह उसके और फरजाना के बीच में बाधा बना हुआ था। उसके चलते कई बार परिवार में झगड़ा हुआ और समाज में उसकी बदनामी भी हो रही थी। इस लिए उसने 20 फरवरी की रात उसे अपने साथ ले गया और छीछामई के समीप पुल से जीशान को जिंदा नहर में फेंक दिया। उसने बताया कि बालक जिंदगी के लिए चिल्लाता रहा, लेकिन उसने एक भी नहीं सुनी। चार दिन बाद उसका शव बलरई थाना क्षेत्र अंतर्गत नहर से बरामद किया था।
एसपी ग्रामीण ने बताया कि फरमान और फरजाना के बीच अवैध संबंध थे। जिसका बालक जीशान विरोध करता था। जिससे वह मां और चाचा को खटकता रहता था। एसपी ग्रामीण ने बताया कि अपहरण, हत्या और साक्ष्य नष्ट करने के साथ हत्या में सहयोग की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मृतक की मां फरजाना और उसका प्रेमी फरमान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।