जिलाधिकारी रवि रंजन की अध्यक्षता में आज बुधवार को विकास भवन सभागार में किसान समाधान दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन उप कृषि निदेशक एच0एन0 सिंह द्वारा किया गया कि जिसमें कृषि विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी दी गयी। उप कृषि निदेशक द्वारा पराली प्रबन्धन में केसे खेत की मिटटी को स्वस्थ रखा जाये तथा पर्यावरण को कैसे प्रदूषण से मुक्त किया जाये, इस सम्बन्ध में कृषकों को विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी। डि कम्पोजर के प्रयोग करने की विधि को उन्के द्वारा बताया साथ ही कृषि विभाग में संचालित इन सीटू योजनान्तर्गत कृषि यंत्र जैसे सुपर सीडर, मल्चर, एम0बी0प्लाउ0, हैपी सीडर, रैक, बैलर, एस0एम0एस0 इत्यादि कृषि यंत्र 50 प्रतिशत अनुदान पर आन लाइन टोकन बुक कर क्रय कर सकते है, पराली के अवशेष में उक्त यंत्रों का प्रयोग कर सकते है। उन्होने बताया कि पराली जलाने से भूमि की उर्वरा शक्ति पूर्णतः नष्ट हो जाती है, इसलिये पराली कतई न जलाये। रबी सीजन में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत 2114 कृषकों को 16211997 रू0 की धनराशि की क्षतिपूर्ति एग्रीकल्चर इन्श्योंरेंस कम्पनी ऑफ इण्डिया के द्वारा की गयी। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजनान्तर्गत जिन कृषकांे को किस्त का लाभ नही मिल रहा है या भूमि अंकन नही हो पाया है, समस्याओं का निवारण हेतु प्रत्येक ब्लाक स्तर एवं जिले पर काल सेंटर की स्थापन की गयी है जहॉ कृषक मोबाइल आदि के मध्यम से अपनी ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकते हैं। उप पशु चिकित्साधिकारी द्वारा बताया गया कि इस समय लम्पी वायरस का प्रकोप काफी जोर शोर से चल रहा है। इस सम्बन्ध में पशुओं को कैसे बचाया जाये तथा उसकी रोकथाम हेतु जानकारी दी। अधिशाषी अभियन्ता विघुत द्वारा ट्यूबैल द्वारा की जा रही सिचाई में विघुत मोटर संचालन एवं कई उपकरणों की जानकारी दी साथ ही बीजली मीटर की आवश्यकता को भी बताया।
कार्यक्रम के दौरान कृषक हिमांशू कुलश्रेष्ठ द्वारा बताया गया कि मण्डी समिति द्वारा कृषकों को 6आर किसान पर्ची नही दी जा रही है और डी0ए0पी उर्बरक को ओवर रेंटिग की जा रही है कृषक राजेश प्रताप सिंह निवासी ग्राम-हंसराम गढी नारखी द्वारा बताया गया कि वर्षा अधिक होने के कारण मिर्च की फसल में सकोरा रोग लग रहा है जिसका कृषि विश्व विघालय कानपुर द्वारा परीक्षण कराया जाये। कृषक शेर सिंह निवासी- अरांव द्वारा माइक्रोइरीगेशन मे आ रही समस्याओं के सम्बन्ध में अवगत कराया है।
कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने कृषकों से उनकी समस्याओं के सम्बन्ध में जाना और उनके निदान हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की आने वाली समस्याओं के निदान हेतु ब्लाक स्तर पर खोले गये कंट्रोल रूम को अनवरत रूप से चलाया जाये, किसानों को मण्डी से रशीद न मिलने पर सम्बन्धित उप जिलाधिकारी को निर्देश किये गये है साथ ही धान, बाजरा के क्रय केन्द्र कृषकों की जानकारी हेतु मन्डियों में डिस्प्ले बोर्ड लगाने हेतु भी निर्देशित किया गया। उन्होने किसानों से अपील की है कि जनपद में खोले गये क्रय केन्द्रों पर धान और बाजरा को समर्थन मुल्य पर विक्रय करें। कृषकों से यह भी अनुरोध किया कि धान की पराली को न जलाया जाये जिससे अपना पर्यावरण शु़द्ध बना रहे।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा कृषको द्वारा उठायी गयी समस्याओं के सम्बन्ध में सम्बन्धित अधिकारीयों को एक सप्ताह के अन्दर समाधान करने के निर्देश दिये गये और उन्होने बताया कि कृषक भाईयों का कृषक हित में चलाई जा रही योजनाओं का लाभ उठाना चाहिये, निराश्रित गोशालाओं को नियमित संचालन हेतु लगातार अनुश्रण किया जा रहा है। कार्यक्रम के अन्त में उप कृषि निदेशक द्वारा सभी का आभार व्यक्त किया गया। कार्यक्रम के दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र वैज्ञानिक, उप पशु चिकित्साधिाकरी, अधिशाषी अभियंता बिजली विभाग, सहायक अभियन्ता लघु सिंचाई, नलकूप के अभियन्ता उपस्थिति रहे।

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