फिरोजाबाद। बंदरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। विगत एक माह की बात करें तो नारखी क्षेत्र में अब तक दो दर्जन से अधिक बच्चों और महिलाओं पर बंदर हमला कर चुके हैं। इनमें अधिकांश गंभीर रूप से घायल हुए हैं। ऐसा ही एक मामला थाना दक्षिण क्षेत्र से सामने आई हैं। जहां सुबह के समय छत पर पक्षियों को दाना डालने गए चूड़ी गोदाम स्वामी पर बंदरों के झुंड ने हमला कर दिया। बंदरों से बचने के लिए जैसे ही वह भागे, छत पर गिर गए और उनकी मौत हो गई।
थाना दक्षिण क्षेत्र की नई बस्ती नंदराम चैक निवासी करीब 33 वर्षीय आशीष अग्रवाल जैन प्रतिदिन की भांति मंगलवार सुबह अपने तीन मंजिला मकान की छत पर पक्षियों के लिए दाना डालने के लिए गए थे। वह दाना डाल रहे थे। इसी दौरान बंदरों के झुंड ने उन्हें घेर लिया और उन पर हमला बोल दिया। पहले तो उन्होंने बंदरों को भगाने का प्रयास किया, लेकिन बंदरों के आक्रामक रूप को देखकर वह जान बचाकर भागने की कोशिश करने लगे। तभी वह छत पर गिर गए और गंभीर रूप से घायल हो गए। बंदरों ने उन्हें नोंचना शुरू कर दिया। तभी आवाज सुनकर परिजन मौके पर पहुंचे, उन्होंने बंदरों को डंडा लेकर भगाया। परिजन आनन-फानन में उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। चूड़ी कारोबारी की मौत के बाद मुहल्लेवासियों में रोष व्याप्त है। वहीं, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। लोगों का कहना है कि बंदरों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। इन्हें पकड़वाने के लिए नगर निगम कोई प्रयास नहीं कर रहा। कुछ दिन पूर्व नारखी क्षेत्र में भी बंदरों ने स्कूल से घर लौट रहे बच्चों को घायल कर दिया था।