आज शुक्रवार को विकास भवन परिसर में जनपद स्तरीय (धान पराली न जलाने के संबंध में कृषक जागरूकता कृषि मेला का कार्यक्रम का आयोजन मुख्य विकास अकिारी दीक्षा जैन की अध्यक्षता में किया गया, जिसमें कृषि विज्ञान केन्द्र बरिष्ठ वैज्ञानिक, मुख्य पशु चिकित्साधिाकरी, भूमि संरक्षण अधिकारी प्रथम, जिला कृषि अधिकारी फिरोजाबाद, उप कृषि निदेशक आदि उपस्थिति रहे।
कार्यक्रम का संचालन उप कृषि निदेशक एच0एन0 सिंह द्वारा किया जिसमें कृषि विभाग में संचालित योजनाओं की जानकारी दी गयी। डा0 आ0र0के0 शर्मा मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा कृषकों को जानकारी दी गयी कि पशुओं में इस समय लम्पी वायरस का प्रकोप काफी जोर शोर से चल रहा है। इस सम्बन्ध में पशुओं को कैसे बचाया जाये तथा उसकी रोकथाम हेतु जानकारी दी। डा0 तेजप्रकाश प्रभारी कृषि विज्ञान केन्द्र फिरोजाबाद द्वारा बताया गया कि पराली प्रबन्धन में केसे खेत की मिटटी को सुरक्षित रखा जाये तथा परियावरण को कैसे प्रदूषण से मुक्त किया जाये। इस सम्बन्ध में कृषकों को विस्तृत रूप से जानकारी दी गयी डि कम्पोजर के प्रयोग करने की विधि को बताया साथ ही कृषि विभाग में संचालित इन सीटू योजनान्तर्गत कृषि यंत्र जैसे सुपर सीडर, मल्चर, एम0बी0प्लाउ0, हैपी सीडर, रैक, बैलर, एस0एम0एस0 इत्यादि कृषि यंत्र 50 प्रतिशत अनुदान पर आन लाइन टोकन बुक कर क्रय कर सकते है। पराली के अवशेष में उक्त यंत्रों का प्रयोग कर सकते है। पराली जलाने से भूमि की उर्वरा शक्ति पूणर््त नष्ट हो जाती है इसलिये पराली कतई न जलाये। डा0 सुभाष शर्मा द्वारा कैसे फसल चक्र अपनाये जिससे कृषकों की आय दुगनी हो , के बारे विस्तृत जानकारी दी साथ ही बागबानी लगाने की सलाह दी और आलू की फसल को पाले से बचाने हेतु विस्तृत जानकारी दी।
मुख्य विकास अधिकारी ने कृषि विभाग द्वारा लगायी गयी प्रर्दशनी का निरीक्षण किया जिसमें जैविक खेती,, उद्यान कृषि स्टाल इत्यादि। कृषि विभाग द्वारा पी0एम0 कुसुम सोलर सिचाई योजनान्तर्गत चयनित कृषकों को स्वीकृत पत्र वितरण कर सम्मानित किया, मुख्य विकास अधिकारी द्वारा पराली प्रबन्धन के बारे में बताते हुये कहा कि जो भी कृषक धान की पराली आदि अगर खेत में जलाते है तो उनके विरूद्व कठोर कार्यवाही की जायेगी तथा अर्थदण्ड लगाया जा सकता है , साथ ही कृषि यंत्रों मल्चर, प्लाउ आदि प्रयोग करके धान की पराली को खाद बनाकर खेत की उर्वरा शक्ति बढाने का कार्य किया जा सकता है। जनपद में कम्बाइन मशीनों को विना एस0एम0एस0 के कतई न चलाया जाये।
उप कृषि निदेशक द्वारा कृषको धन्यवाद ज्ञापित करते हुये गोष्ठी का समापन किया गया।