डेंगू, मरेलिया सहित सभी वेक्टर जनित संचारी रोग पर होगा अब सीधा वार, 1 से 31 अक्टूबर तक चलेगा घर-घर दस्तक अभियान।
सदर विधायक व जिलाधिकारी ने संचारी रोग नियंत्रण वाहन रैली व जन जागरूकता हेतु स्कूल के बच्चों की रैली को हरी झण्डी दिखाकर किया रवाना।
जिलाधिकारी रवि रंजन व सदर विधायक मनीष असीजा की अध्यक्षता में आज दस्तक-संचारी रोग नियंत्रण अभियान में हरी झण्डी दिखाकर गाडियों को सीएमओ कार्यालय से रवाना किया गया। कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने संक्रामक रोगांे से बचाव तथा डंेगू के लिये उत्तरदायी मच्छर के प्रजनन स्थल का समाप्त करने रूका हुए पानी के निस्तारण हेतु उपायांे के बारे मंे बताया। उन्होने बताया कि डेंगू फैलाने वाले मच्छर के प्रजनन स्थल की सफाई के उपरान्त इनके अण्डांे का नष्ट किया जाना अति आवश्यक है। उन्होने बताया कि कूलर मंे पानी का प्रयोग बिल्कुल भी न किया जाये तथा उसकी सफाई के उपरान्त उस पर जमी गन्दगी एवं धूल इत्यादि रगड-रगड कर साफ करने के उपरान्त उसकी पुरानी घास इत्यादि को जला दिया जाये ताकि मच्छर के अण्डे समाप्त हो जायंे क्यांेकि इस मच्छर के अण्डे भविष्य मंे पानी एवं नमी के सम्पर्क मंे आने के तुरन्त बाद लार्वा को जन्म देते हैं अतः इनका समूल नाश करना उचित होगा।
कार्यक्रम के दौरान सदर विधायक मनीष असीजा ने अपने उद्बोधन में जनपद में हो रहे संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रमों की खुले मन से सराहना करते हुए कहा कि जिलाधिकारी के नेतृत्व मंे सीएमओ सहित सभी मेडिकल टीम व अंर्तविभागीय समन्वय के साथ सम्बन्धित अन्य विभागोें से सहयोग लेकर इस बार संचारी रोग नियंत्रण पर प्रारम्भ से ही बेहतर कार्य हो रहें है, जिसका परिणाम है कि हमारे जनपद में अभी तक डेंगू, मलेरिया व अन्य वेक्टर जनित रोगों से एक भी जनहानि नही हुई है, इसका श्रेय मेडिकल के सभी छोटे बडे़ अधिकारियों व कर्मचारियों, आशा, एएनएम, आगंनबाडी कार्यकत्रियों व अन्य सभी मेडिकल से जुडे लोगों को जाता है। इस अवसर पर उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा क्षेत्र में किए जा रहे निरंतर भ्रमण एवं मेडिकल टीमांे को मोटिवेट कर धरातल पर कार्य कराए जाने की सराहना की।
कार्यक्रम मंे डिस्ट्रिक्ट र्कोडिनेटर यूनिसेफ ने ऑंगनबाडी कार्यकत्रियांे को निर्देशित किया गया कि वे अपने भ्रमण के दौरान भ्रमण किये जाने वाले घरांे मंे जनसामान्य को उपरोक्त की जानकारी दंे तथा घर वालांे को प्रेरित करते हुये पूरे घर एवं आस-पास की सफाई करवाने पर विशेष ध्यान दंे क्यांेकि जब आस-पास का सारा वातावरण स्वच्छ होगा तभी संक्रामक रोगांे से बचाव सम्भव हो सकेगा। यह भी प्रेरित किया गया कि 06 माह तक के बच्चांे को अनिवार्य रूप से स्तनपान कराया जाये ताकि बच्चांे मंे कुपोषण से दूर कर बीमारियांे से बचाया जा सके। उन्होने समस्त मुख्य सेविकाआंे को लम्बाई के अनुसार वजन लेकर कुपोषण की श्रेणी निर्धारित करने के बारे मंे बताया।
कार्यक्रम मंे मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा बताया गया कि संचारी रोग व वेक्टरजनित रोगांे के लिये हम स्वंय उत्तरदायी हैं। यदि हमारे घरांे एवं हमारे आस-पास सफाई नहीं रहती है तो संचारी रोगांे के फैलने की सम्भावना तीव्रतम हो जाती ह अतः जन सामान्य को अपनी व्यक्तिगत, घरेलू एवं आस-पास इलाकांे की सफाई की जाये। कार्यकत्री गृह भ्रमण के दौरान जनसामान्य को पूरे कपडे पहनने, मच्छरदानी का प्रयोग करने, नियिमित उचित आहार लेने हेतु प्रेरित करने हेतु निर्देशित किया गया।