जिलाधिकारी रवि रंजन की अध्यक्षता में मंगलवार को पंचायत पुरस्कार वर्ष 2023 के अन्तर्गत दीन दयाल उपाध्याय पंचायत सतत विकास पुरस्कार, नानाजी देशमुख सर्वाेत्तम पंचायत सतत विकास पुरस्कार के क्रियान्वयन व मार्ग-निर्देश के सम्बन्ध में बैठक आयोजित हुई। बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि संविधान के अनुच्छेद 243छ द्वारा पंचायतों को ऐसी शक्तियाँ एवं अधिकार प्रदान किये गये हैं, जिससे कि वे स्थानीय स्वशासन की महत्वपूर्ण इकाई के रूप में विकसित हो सकें तथा सहभागी नियोजन एवं योजनाओं का क्रियान्वयन कर पंचायतों में सामाजिक न्याय एवं आर्थिक विकास की गति को नये आयाम प्रदान कर सकें। उन्होने बताया कि पंचायतों को उत्कृष्ट कार्यों हेतु पुरस्कृत करने का योजनाओं के समग्र कार्यान्वयन तथा ग्राम पंचायत में स्वस्थ प्रतिस्पर्धा विकसित करने में अहम योगदान है। इसके दृष्टिगत पंचायती राज मंत्रालय, भारत सरकार नई दिल्ली द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाली पंचायती राज संस्थाओं को प्रोत्साहित करने हेतु प्रत्येक वर्ष पुरस्कार योजना का संचालन किया जाता रहा है। इसी क्रम में मंत्रालय द्वारा वर्ष 2022-23 से वर्ष 2025-26 के मध्य “Incentivization of Panchayats ¼National Panchayat Awards½ की घोषणा की गयी है, जो कि संयुक्त राष्ट्र संघ के सतत विकास लक्ष्य 2030 (एस.डी.जी.) पर आधारित है तथा पंचायतों द्वारा विभिन्न क्षेत्रों जैसे आजीविका बाल एवं महिला विकास, स्वच्छता, पेयजल, सुशासन आदि में किए गए कार्यों के आधार पर पुरस्कृत किया जाएगा।
बैठक के दौरान मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन ने बताया कि पंचायती राज मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा सतत विकास लक्ष्य 2030 की सुगम प्राप्ति हेतु 17 निर्धारित लक्ष्यों का स्थानीयकरण करते हुए 9 थीम व विषयों में समेकित किया गया है, जिस पर कार्य करते हुए पंचायतें संरचनात्मक ढ़ांचे के विकास के साथ-साथ सामाजिक आर्थिक एवं मानव विकास से संबंधित मानकों को प्राप्त कर सकेंगी। उन्होने बताया कि पंचायती राज मंत्रालय द्वारा अब राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कारों हेतु भी पंचायतों का चयन सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण के अन्तर्गत चिन्हित 9 थीम व विषयों पर उनके द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्यों के आधार पर ही किया जाएगा।
बैठक के दौरान जिला पंचायत राज अधिकारी नीरज सिन्हा ने बताया कि सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण के अन्तर्गत 9 थीम व विषय गरीबी मुक्त एवं बेहतर आजीविका वाली पंचायत, स्वस्थ पंचायत, बाल मैत्री पंचायत, पर्याप्त जलयुक्त वाली पंचायत, स्वच्छ एवं हरित पंचायत, आत्मनिर्भर बुनियादी ढाँचे युक्त पंचायत, न्यायसंगत एवं सामाजिक रूप से सुरक्षित पंचायत, सुशासित पंचायत व महिला हितैषी पंचायत है। इसके अनुसार मूल्यांकन वर्ष 2021-22 में ग्राम पंचायतों द्वारा किये गये उत्कृष्ट कार्यों के आधार पर ऑनलाइन नामांकन करने हेतु एल.एस.डी.जी. की विभिन्न थीम विषयों की प्रश्नावलियाँ पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार के वेब पोर्टल ूूू www.panchayataward.gov.in पर 10 सितम्बर, 2022 से उपलब्ध है। जिलाधिकारी ने डीपीआरओ को निर्देश दिए है कि वह जनपद की सभी 564 ग्राम पंचायतों में योजना का उद्देश्य, सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण के अन्तर्गत 9 थीम व विषय के माध्यम से उददेश्य की प्राप्ति में पंचायती राज संस्थाओं के प्रदर्शन का आंकलन कराए, पंचायतों के बीच स्वस्थ प्रतिस्पर्धात्मक भावना को बढ़ावा देने के लिए लक्ष्यों के स्थानीयकरण की प्रक्रिया से पंचायतों को संवेदनशील तथा जागरूक कराए। बैठक के दौरान जनपद स्तरीय पंचायत परफोर्मेन्स असेसमेंट कमेटी के सदस्य, बीएसए अंजली अग्रवाल, जिला सूचना अधिकारी दयाशंकर, जिला पिछडा वर्ग कल्याण अधिकारी, जनरल मेनेजर भारत संचार निगम लिमिटेड सहित सभी खण्ड विकास अधिकारी, एडीओ पंचायत आदि उपस्थित रहें।

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