फिरोजाबाद। जिला शिक्ष एवं प्रशिक्षण संस्थान डायट पर पूर्व प्राथमिक शिक्षा को मजबूत आधार प्रदान करने हेतु टीएलएम निर्माण कार्यशाला का आयोजन डायट प्राचार्य के मार्गदर्शन में किया गया।
कार्यशाला में डायट प्राचार्य कमलेश बाबू ने कहा हमारे केंद्र बिंदु विद्यालय के बच्चे होते हैं। इसलिए हमें उनकी रुचि के अनुसार पढ़ाना है। छोटे बच्चों के लिए व्याख्यान उतना उपयोगी नहीं होता है, जितना बच्चों के सामने टीएलएम बनाकर उनकी रूचि के अनुसार पढ़ाकर वास्तविक ज्ञान से साक्षात्कार कराना। इसलिए हमारा शिक्षण नए तरीके का होना चाहिए। किसी शिक्षक के पास कितना ज्ञान है यह महत्वपूर्ण नहीं होता, बल्कि महत्वपूर्ण होता है कि उस ज्ञान को किस प्रकार बच्चों तक पहुंचाया जाए। प्रशिक्षण प्रभारी लोकेश कुमार ने बताया कि टीएलएम का प्रयोग पूर्व प्राथमिक विद्यालयों की क्रियाशीलता के लिए आवश्यक है। जिससे टीएलएम कार्यशाला के उद्देश्य की सार्थकता सिद्ध हो। जिला स्तरीय संदर्भदाता अर्चना वर्मा व दीप्ति गुप्ता के निर्देशन में कार्यशाला सम्पन्न हुई। शिक्षकों ने टीएलएम बनाकर बच्चों को कविता के माध्यम से पढ़ाने के नए तरीके प्रस्तुत किए। कार्यशाला में रामशरण, संजीव कुमार सत्यार्थी, अजय प्रताप सिंह एवं राहुल रावत का विशेष सहयोग रहा।

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