फिरोजाबाद। जिलाधिकारी रवि रंजन की अध्यक्षता में विकास प्राधिकरण के सभागार में विकास प्राधिकरण द्वारा कराए जा रहे कार्यों की समीक्षा बैठक आहूत की गई। जिलाधिकारी ने कार्यालय के सभी सहायक अभियंता, अवर अभियंताओं एवं कर्मचारियों की उपस्थिति बायोमेट्रिक मशीन से ही हो रही है उसका प्रिंट मंगवा कर देखा। तो सभी कर्मचारी कार्यालय में 10 बजे के पश्चात की उपस्थिति मिली। इस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी प्रकट कर स्पष्टीकरण व चेतावनी आदि कार्यवाही के निर्देश सचिव प्राधिकरण को दिए।
उन्होंने सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को निर्देश दिए कि बिना अनुमति प्राप्त किए किसी भी दशा में मुख्यालय नही छोडंे़गें, सभी मुख्यालय पर ही अनिवार्य रूप से निवास करेंगे। बैठक केे दौरान उन्होंने कहा कि सहायक अभियंता एवं अवर अभियंता के कार्यक्षेत्र बदल दिए जाएं, उन्होंने निर्देशित किया कि जिन लोगों के नक्शे स्वीकृत नहीं है उनकी सूची बनाकर चिन्हित करें और नोटिस जारी किए जाएं। उन्होंने कहा कि किसी भी प्लॉट पर बिना नक्शा स्वीकृत निर्माण कार्य कराया जाए और निर्माण की कार्यवाही को रोक दिया जाए, इन कार्याे में शिथिलता न बरती जाए, इस कार्य हेतु राजस्व एवं पुलिस का सहयोग लिया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि शमन शुल्क के लक्ष्य को तेजी से बढ़ाया जाए। उन्होने सभी ए.इ. को निर्देश दिए कि वह अपने-अपने क्षेत्रों में जाकर लक्ष्य पूर्ति करना सुनिश्चित करें। डीएम ने सहायक अभियंता एवं अवर अभियंता को शासन की मंशा के अनुरूप राजस्व बढ़ाएं और मैन सड़कों पर अवैध निर्माण रोकने निर्देश दिए। उन्होंने पांच बड़े बकायेदारों की सूचना कल शाम तक प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। उन्होने निर्देश दिए कि प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों के आधार कार्ड शत-प्रतिशत लिंक कराना सुनिश्चित करें। और 287 आवासों में से मात्र 24 मकानों की छतें निर्मित होना शेष है। जिन्हें शीघ्रतापूर्वक पूर्ण करवा दी जाएं। उन्होंने कहा कि 105 नए आवंटीयों के कार्यों में शीघ्रता लाकर कार्य पूर्ण कराएं, इन लाभार्थियों के आधार कार्ड दो दिन में लिंक कराकर कार्यों को पूर्ण कराएं। उन्होने कहा कि टूंडला क्षेत्र में तालाब बन चुका है उसका सौंदर्यीकरण कराएं। जिलाधिकारी ने सभी संबंधितों को निर्देशित किया कि वह वसूली के मामलों में तेजी लाएं और राजस्व विभाग से संपर्क कर आरसी जारी कराकर शनिवार तक आख्या उनके कार्यालय में भिजवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने नाराजगी प्रकट करते हुए निर्देश दिए कि न्यायालयों के लम्बित मामलों को अति शीघ्र निस्तारित करना सुनिश्चित करें और अनियमितता एवं लापरवाही करने वाले कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने न्यायालय के मामलों की पंजिका बनाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने सभी कर्मचारियों को कड़े निर्देश दिए कि अपने-अपने कार्य में शीघ्रता लाएं और अपने कार्यों के प्रति दायित्वों का निर्वहन करें। बैठक के दौरान प्रभारी सचिव एवं अधीक्षण अभियंता कप्तान सिंह, वरिष्ठ कोषाधिकारी अनुराग श्रीवास्तव सहित सभी सहायक अभियंता एवं अवर अभियंता मौजूद रहें।