विश्व संस्कृत दिवस पर संस्कृत के प्रकांड विद्वान सम्मानित फिरोजाबाद 11अगस्त, विश्व विश्व संस्कृत दिवस के अवसर पर संस्कृत भाषा के प्रकांड विद्वान एवं श्री हनुमान संस्कृत महाविद्यालय के अवकाश प्राप्त प्राचार्य श्री विजयपाल उपाध्याय जी का नागरिक अभिनंदन किया गया। नगर के प्रमुख समाजसेवी श्री नारदा नंद गर्ग एडवोकेट,सरोजनी नायडू जूनियर हाईस्कूल के प्रधानाचार्य भगवानदास शंखवार, हनुमान संस्कृत महाविद्यालय के प्राचार्य रामप्रकाश शास्त्री,देवेंद्र शर्मा,प्रकाशनिधि गर्ग आदि ने विश्व संस्कृत दिवस के अवसर पर श्री विजय पाल उपाध्याय के तिलक नगर स्थित आवास पर पहुंचकर उन्हें अंग वस्त्र और मिष्ठान भेंट कर माल्यार्पण के साथ उनका नागरिक अभिनंदन किया।इनके साथ ही संस्कृत शिक्षक श्री कृष्णकांत शास्त्री को भी सम्मानित किया गया। इस मौके पर श्री विजय पाल शास्त्री ने कहा संस्कृत भाषा सबसे प्राचीन भाषा है यह सभी भारतीय भाषाओं की जननी है, संस्कृत राष्ट्र की एकता का आधार है वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर भी संस्कृत सदैव खरी उतरी है। भारतीय गौरव की रक्षा के लिए संस्कृत का प्रचार प्रसार होना बहुत आवश्यक है। इसे देववाणी भी कहा जाता है क्योंकि हिंदू जैन एवं बौद्ध धर्म के अनेक ग्रंथ संस्कृत भाषा में लिखे गए हैं।