फिरोजाबाद। शहर के प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों के साथ बरती जा रही लापरवाही का खामियाजा लोगों को अपनी जान देकर चुकाना पड़ रहा है। प्राइवेट अस्पताल में तीन दिन पहले भर्ती कराई गई प्रसूता की अस्पताल में ही मौत हो गई। परिजनों ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए तोड़फोड़ कर दी। अस्पताल के बाहर खड़ी एक गाड़ी को भी तोड़ दिया। तोड़फोड़ होता देख अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ भाग गया।
लाइनपार क्षेत्र के रामनगर निवासी सुनील राठौर ने अपनी पत्नी चांदनी को प्रसूव पीड़ा होने पर तीन दिन पहले थाना रसूलपुर क्षेत्र में स्थित राधिका हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। परिजनों के मुताबिक दो दिन वह बिल्कुल ठीक थी। शुक्रवार को अचानक उसके तेज दर्द हुआ, परिजन उसे आगरा ले जाने की बात कहने लगे तो डॉक्टरों ने उसे रेफर नहीं किया। देर शाम उसकी हालत और खराब हो गई। तब डॉक्टरों ने उसे आगरा ले जाने के लिए कह दिया। परिजनों के मुताबिक महिला की आगरा ले जाने से पहले ही मौत हो गई। उन्होंने लापरवाही का आरोप लगाते हुए हॉस्पिटल में जमकर हंगामा किया और उसके बाद तोड़फोड़ कर दी। परिजनों ने अस्पताल के बाहर खड़ी एक कार को भी तोड़ दिया। हॉस्पिटल के शीशे और फर्नीचर को तहस नहस कर दिया। हंगामा होता देख डॉक्टर और स्टाफ हॉस्पिटल छोड़कर भाग गया। देर रात्रि हुए हंगामे और तोड़फोड़ की सूचना पर सीओ सिटी अभिषेक श्रीवास्तव मौके पर पहुंच गए। उन्होंने परिजनों को किसी तरह समझा बुझाकर मामला शांत कराया। सीओ ने बताया कि अभी तहरीर नहीं आई है। तहरीर मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया।

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