लखनऊ: उत्तर प्रदेश के नाराज मंत्रियों और विधायकों के खेमे में सूबे के आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल (Excise Minister Nitin Agarwal) का नाम जुड़ने पर उन्होंने सफाई दी है. नितिन अग्रवाल ने कहा है कि कुछ अखबारों में यह खबर छपी है कि वो अपने विभाग के अधिकारियों से नाराज है. उन्होंने नाराजगी की खबर को तथ्यहीन बताते हुए कहा कि वो मुख्यमंत्री के निर्देशों पर काम कर रहे है और ऐसे में नाराज होने का कोई सवाल ही नहीं है.
योगी सरकार के कैबिनट मंत्री नितिन अग्रवाल ने कहा है कि उन्हें असंतुष्ट मंत्रियों के खेमे में खड़ा किया गया है. कुछ मीडिया संस्थानों ने बिना उनसे बात किये तथ्यहीन खबर लिखी है. उन्होंने कहा कि हम सभी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशन में काम कर रहे है. जो मुख्यमंत्री ने हम लोगों को कार्यों का टारगेट दिया है उसे पूरा करने में लगे हैं. ऐसे में अधिकारियों से असंतुष्ट होने का सवाल ही नही उठता है.
योगी सरकार को बदनाम करने की हो रही साजिश
नितिन अग्रवाल ने कहा कि योगी सरकार को बदनाम करने की साजिश हो रही है. जो लोग नाराज है, वह उनकी व्यक्तिगत नाराजगी हो सकती है. उन्होंने कहा कि मंत्री विभाग का हेड होता है और अधिकारी सरकार की नीतियों को लागू कराने के लिए होते है.कि आज हम सरकार में हैं, सरकार की नीतियों को आगे बढ़ा रहे हैं. गरीब तबके के लोगों के प्रति सरकार संवेदनशील है. हम उस काम में लगे हुए है. सीएम का जो विजन है कि उत्तर प्रदेश में हर गरीब किसान को सरकारी योजना से जोड़ा जाए, उसके लिए सभी प्रयासरत है.
अधिकारियों से नाराज मंत्री दिनेश खटीक ने दिया था इस्तीफा
इससे पहले सूबे के जलशक्ति राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने अधिकारियों से नाराजगी के चलते अपना इस्तीफा गृह मंत्री अमित शाह को भेजा था. वहीं तबादलों में हुई अनियमितताओं पर हुई लोक निर्माण विभाग के मंत्री जितिन प्रसाद के ओएसडी और अधिकारियों पर कार्रवाई के बीच जितिन प्रसाद भी दिल्ली पहुंचे थे. बताया जा रहा था कि वो भी अपनी सरकार से नाराज है. हालांकि उन्होंने इस बात का खंडन किया था.