प्रतापगढ़ के जिला उद्यान विभाग में आज हंगामा हो गया जब निलंबित उर्दू अनुवादक व स्थानन्तरित लिपिक अमीषा अचानक ऑफिस पहुँच गए और और कमरे में रक्खी अलमारी से डॉक्युमेंट निकलने लगे, फल पट्टी के व बफर जोन में अवैध रूप से संचालित भट्ठे में अभिलेखों में हेर-फेर को लेकर जहां उर्दू अनुवादक बड़ा बाबू नौशाद निलंबित है तो वही उसका साथ देने वाली लिपिक का स्थानांतरण कर जांच टीम गठित की गई है।
बता दें कि छिड़े विवाद के बाद निलंबन के बाद विभाग में एक छत्र राज चलाने वाले नौशाद बाबू के खिलाफ उप निदेशक के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच टीम बीती 2 तारीख को ऑफिस पहुची और बन्द कमरे का ताला खुलवाया लेकिन जांच टीम के सामने निलंबित बाबू नौशाद अहमद नही पहुचा, अलमारी की चाबियां नौशाद के पास थी जिसके चलते जांच अधिकारी 7 तारीख की तिथि नियत कर वापस चले गए। आज सम्पूर्ण समाधान दिवस में अधिकारी के होने के चलते निलंबित बाबू चार्ज देने के बहाने ऑफिस पहुच गया और साथ ही उसकी खास होने के चलते निलंबित लिपिक अमीषा भी पहुच गई।
नौशाद ने जांच अधिकारियों के सामने अलमारी खोलने के बजाय अकेले में ताला खोल कर चार्ज देने के नाम पर कई महत्वपूर्ण अभिलेख अमीषा के झोले में रख कर अमीषा को रवाना कर दिया इस बाबत चार्ज लेने वाले बाबू ताराचंद पाल की नौशाद से नोकझोंक भी होने लगी। ताराचंद पाल ने आरोप लगाया कि उसके सामने ही नौशाद ने कई अभिलेख अमीषा को झोले में देकर भगा दिया। बैग के साथ हांथ में दो झोले लेकर जा रही अमीषा की तस्वीरे कैमरे में कैद हो गई, हालांकि नौशाद दो रजिस्टर देने और चार्ज देने की बात करता नजर आया।
इस बाबत जिला उद्यान अधिकारी सीमा सिंह राणा ने बताया कि मैं सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुंडा गई थी जहा से लौटते समय कर्मचारियों ने बताया कि नौशाद बाबू व अमीषा कुमारी ऑफिस में जबरजस्ती घुस गए है, इस बात की जानकारी हमने उच्चाधिकारियों को दे दी है। तारा चंद पाल ने बताया कि जबरिया नौशाद बाबू कमरे घुस गए और कुछ महत्वपूर्ण कागजात मेरे सामने झोले में डालकर अमीषा को देकर भगा दिया मैने अमीषा को रोका भी लेकिन वो रुकी नहीं, तो वही उसकी गतिविधियों की रिकार्डिंग कर रहे कर्मचारियों ने बताया कि जाते जाते मुकदमा दर्ज कराने की धमकी भी देकर गई है। इस मामले में कार्यवाई की तैयारी उच्चाधिकारी कर रहे है।