प्रदेश में सबसे पहले फिरोजाबाद, आगरा, मथुरा तथा मैनपुरी में शुरु होगा पायलेट प्रोजेक्ट
फिरोजाबाद। क्षय रोग का खात्मा करने में अब आशाओं का सहयोग अब और मजबूती से लिया जाएगा। इसके लिए आशाओं को केंद्र द्वारा जारी नवीनतम टीबी की रोकथाम के प्रति जानकारी दी जाएगी। इसके लिए स्वस्थ ई-गुरुकुल एप का उपयोग किया जाएगा। इसके लिए सोमवार से तीन दिवसीय ट्रेनिंग, राज्य क्षय रोग प्रशिक्षण एवं प्रदर्शन केंद्र (एसटीडीसी) में फिरोजाबाद से जिला कार्यक्रम समन्वयक आस्था तोमर तथा जिला पीपीएम समन्वयक मनीष यादव को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दिनेश कुमार प्रेमी ने बताया कि प्रधानमंत्री की ओर से निर्धारित लक्ष्य के तहत हमें 2025 तक टीबी का खात्मा करना है। इसके लिए हम जनपद में युद्व स्तर पर कार्य कर रहे हैं। इसमें आशाओं का सहयोग भी लिया जाता है। लेकिन अब उन्हें और ज्यादा प्रशिक्षित कर समुदाय स्तर पर टीबी के प्रति जागरूक करने की योजना है। इसके लिए स्वस्थ ई-गुरुकुल एप के जरिए आशाओं को प्रशिक्षित करने का पायलट प्रोजेक्ट प्रदेश में सबसे पहले चार जनपदों में शुरु किया जायेगा जिसमे फिरोजाबाद भी शामिल है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अशोक कुमार ने बताया कि स्वस्थ ई-गुरुकुल एप के जरिए पायलट प्रोजेक्ट में आशाओं को टीबी के बारे में नवीनतम और अधिकतम जानकारी दी जाएगी। इससे वह कम्युनिटी स्तर पर लोगों को टीबी की रोकथाम करने के लिए उनकी भाषा में बता सकें और क्षय रोगियों को चिन्हित कर उनका उपचार दिला सकें। जिला कार्यक्रम समन्वयक आस्था तोमर ने बताया कि प्रदेश में सबसे पहले चार जनपदों में शुरु हुए पायलेट प्रोजेक्ट के तहत सोमवार, मंगलवार, बुधवार को में स्वयं तथा जिला पीपीएम समन्वयक मनीष यादव को मास्टर ट्रेनर के रूप में एसटीडीसी में प्रशिक्षण लिया जा रहा है। इसके बाद ये मास्टर ट्रेनर आशाओं को प्रशिक्षित करेंगे।