गोरखपुर (Gorakhpur) में गोरक्ष धाम मंदिर पर हमले के आरोपी मुर्तुजा के माता-पिता को भी एटीएस (ATS) ने हिरासत में लिया है। माना जा रहा है कि दोनों को मुर्तुजा के आतंकी मानसिकता की खबर थी और वह उसका सहयोग किया करते थे। ऐसे में उन्हें भी इस केस में आरोपी बनाया जा सकता है। मुर्तजा के परिवार से एक नौकर को भी एटीएस ने 5 अप्रैल को पूछताछ के लिए उठाया था जिसे अब इस मामले में आरोपी बनाया जा सकता है। इससे पहले मुर्तजा के 2 साथियों को भी सिद्धार्थनगर के अलीगढ़वा बॉर्डर से एटीएस ने हिरासत में लिया है। इसके अलावा 2 व्यक्ति बांसी, सिद्धार्थनगर और एक नौगढ़ के व्यक्ति को भी एटीएस ने पूछताछ के लिये उठाया है।

वहीं अब तक की जांच में मुर्तुजा के किसी आतंकी संगठन से सीधा संपर्क होने के ATS को कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं। जबकि मुर्तजा लगातार इंटरनेट के जरिए और नेपाल बॉर्डर पर स्थित मदरसों में जाकर आतंकी संगठनों से जुड़ने की कोशिश जरूर कर रहा था। इसके ATS को पुख्ता सबूत भी हाथ लग गए हैं। ऐसे में अब ATS उस पर गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। इस कानून का मुख्य उद्देश्य आतंकी गतिविधियों को रोकना होता है। शायद यही वजह है कि 16 अप्रैल को मुर्तजा की पेशी से दो दिन पहले गुरुवार को ATS उसे वारंट बी पर लेकर लखनऊ मुख्यालय चली गई। ताकि ATS अधिकारियों की मौजूदगी में उस पर ‘UAPA’ एक्ट के तहत कार्रवाई कर 16 अप्रैल को उसे कोर्ट में पेश किया जा सके। ऐसे में संभावना है कि ATS कार्रवाई की प्रक्रिया पूरी कर 16 अप्रैल की सुबह फिर गोरखपुर कोर्ट में मुर्तजा को पेश करेगी।

इस बार यह भी हो सकता है कि इस बार ATS उसकी पुलिस कस्टडी रिमांड बढ़ाने की भी कोर्ट में अर्जी नहीं देकर, बल्कि उसे जेल में दाखिल कर दिया जाए। इसके साथ ही ATS लखनऊ मुख्यालय पर मुर्तजा जरिए मिले डेटा का भी एनालिसिस कर रही है। ताकि उसके खिलाफ ठोस सबूत जुटाए जा सकें।

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