आम जनमानस की इन्श्योरेन्स पॉलिसी से सम्बन्धित डाटा चुराकर व पॉलिसी रिन्यू कराने के नाम पर फोन द्वारा धोखाधड़ी करने वाले सात शातिर अन्तर्राज्यीय अभियुक्तगणों को साइबर क्राइम सेल व सिरसागंज पुलिस टीम ने किया गिरफ्तार
02 कार, 18 मोबाइल फोन एवं 7,30,000 (सात लाख तीस हजार) रुपये किये गए बरामद
पुलिस लाइन सभागार में एसएसपी आशीष तिवारी ने की प्रेस वार्ता
फ़िरोज़ाबाद-साइबर अपराधों के अनावरण के क्रम में एसएसपी आशीष तिवारी के दिशा-निर्देशों के अनुपालन में अपर पुलिस अधीक्षक नगर, नोडल अधिकारी साइबर अपराध व एसपी ग्रामीण के पर्यवेक्षण में वादिया श्रीमती दिव्या सक्सेना पुत्री चन्द्रकान्त सक्सेना निवासी जवाहर नवोदय विद्यालय कैम्पस थाना सिरसागंज जनपद फिरोजाबाद के पंजीकृत मुकदमें केनअन्तर्गत धारा 420,467,468,471,406,411 भादवि0 एवं 66सी, 66डी आईटी0 एक्ट में साइबर ठगी के अभियोग की गहनता व गम्भीरता से साइबर अपराध शाखा द्वारा जांच की गई तो पाया गया कि अभियुक्तगणों द्वारा वादिया को फोन कॉल करके उनसे कई बार में 09 लाख रूपये की राशि भिन्न-भिन्न फर्जी खातों में जमा करा ली गयी थी। इस बारे में पुलिस लाइन सभागार में एसएसपी आशीष तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया कि घटना को लेकर साइबर अपराध शाखा साइबर ठगी के वांछित अभियुक्तगणों के सम्बन्ध में जरूरी तथ्य व साक्ष्यों का संकलन कर विवेचक को साक्ष्य व तथ्य उपलब्ध कराये गये । तत्पश्चात साइबर क्राइम सेल, एसओजी एवं थाना सिरसागंज पुलिस टीम द्वारा वांछित सात अभियुक्तगणों को इलैक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद से नौ अप्रैल को नगला राधे मोड़ एनएच-2 से गिरफ्तार किया गया है । अभियुक्तो ने पूछताछ में अपना नाम अमित पुत्र ओमप्रकाश,, दीपू पुत्र जयवीर त्यागी, रोशन पुत्र विजय सिंह, शिवम पाठक पुत्र हरिनारायन पाठक, आलोक पुत्र सच्चिदानन्द झा, अमन पुत्र भगवान सिंह, विवेक गिरी पुत्र ब्रज बिहारी गिरी बताया। उपरोक्त कारित अपराध को स्वीकृत करते हुए गैंग लीडर अमित द्वारा बताया गया कि वह पूर्व में कई प्राइवेट कॉल सेन्टर में कार्य कर चुका है जहाँ से उसके द्वारा इन्श्योरेन्स पॉलिसी से सम्बन्धित डाटा को विभिन्न माध्यमों से चुराकर अपने अन्य साथी दीपू, प्रिंस, श्वेता व अभिषेक के साथ मिलकर एक फर्जी कॉल सेन्टर नोएडा सेक्टर-2 में खोला गया था जिसमें दीपू व प्रिंस द्वारा फर्जी सिम व मोबाइल अपने साथी अनिल निवासी लोनी से 02 हजार रूपये प्रति सिम की दर से एकत्रित किए जाते थे व अभिषेक और श्वेता द्वारा फर्जी कॉलरों की भर्ती की जाती थी जिनको ठगी के पैसों का 10 प्रतिशत वेतन के रूप में देने का लालच देकर कार्य कराया जाता था । अभियुक्त शिवम पाठक द्वारा भिन्न-2 फर्जी खाते सीएसपी केन्द्र से मिलीभगत कर 15% पर व्यवस्थित किए जाते थे जिसमें उसका साथ रोशन, अमन, विवेक व आलोक देते थे । उपरोक्त गैंग में सभी का कार्य पूर्व से निर्धारित था जिसका संचालन गैंग लीडर अमित, दीपू व उसके भाई प्रिंस की देखरेख में किया जाता था । इनके द्वारा 2-3 माह काम कर फर्जी कॉल सेन्टर से धन अर्जित कर पकड़े जाने के डर से कुछ समय के लिए निष्क्रिय कर दिया जाता था । इनके द्वारा धोखाधड़ी के माध्यम से 02 लग्जरी कारें, VOLKSWAGON-PASSOT कीमत करीब 32 लाख रुपये व HYUNDAI VERNA कीमत करीब 18 लाख रूपये व कीमती मोबाइल, आईफोन व ठगी की कुल रकम 7,30,000/- रूपये अभियुक्तगणों से बरामद किए गये हैं । अभियुक्तगणों के खातों की जानकारी की गयी तो भिन्न-2 खातों में करीब 4.5 करोड़ से ज्यादा के संदिग्ध लेनदेन का विवरण प्राप्त हुआ है । अमित से प्राप्त डायरी के डाटा को खंगाला गया तो मोहाली पंजाब के रहने वाले प्रवीन कुमार से 01 लाख 60 हजार की ठगी उक्त गैंग द्वारा होना तस्दीक किया गया। एसएसपी ने बताया अभियुक्तगणो से भारत के विभिन्न राज्यों के पॉलिसी धारकों का चुराया हुआ डाटा प्राप्त हुआ है । जिसके सम्बन्ध में जाँच कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।