मेरठ: मेरठ में बंदरों का आतंक बढ़ता जा रहा है कई बंदर इंसानों को भी अपना शिकार बना चुके हैं। जिससे बंदरों के आतंक से परेशान होने की शिकायतें लगातार बढ़ती जा रही थी। डिस्ट्रिक्ट फारेस्ट ऑफिसर ने बंदरों पर लगाम लगाने के लिए लंगूर के कटआउट का प्रयोग करने का फैसला लिया है। लंगूर के पोस्टर से बंदर भयभीत होकर जगह छोड़ने लगते हैं जिसको प्रशिक्षण के रूप में मेरठ के अंदर अभी तैयार किया जा रहा है।
मेरठ में पिछले काफी समय से बंदरो का आतंक बढ़ता जा रहा है और बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं, सब्जी मंडी को बंदरों ने अपना निशाना बनाया हुआ है। बंदरों को भगाने के कई बार प्रयास किए गए और कई बार बंदरो को पकड़ने की भी कोशिश की गई लेकिन प्रयास असफल रहा। अब मेरठ फारेस्ट डिपार्टमेंट बंदरों को भगाने के लिए जुगाड़ कर रहा है। जिसमें खर्चा भी कम आएगा। जिले के डिस्ट्रिक्ट फारेस्ट अफसर ने बताया कि अब प्रशिक्षण के तौर पर बंदरो को भगाने के लिए लंगूरों का कट आउट बनवा रहे हैं। कहा ये जाता है कि बंदर को यदि किसी से डर लगता है तो वो लंगूर होते हैं। लंगूर का कट आउट लगवा कर अब बंदरों को भगाने का प्रयास किया जाएगा।
आईएफएस राजेश कुमार ने बताया कि अभी प्रशिक्षण के तौर पर अधिकारियों के घरों पर ही लंगूर के कटआउट लगाए गए हैं, जहां पर नतीजा अच्छा मिला है। यदि कुछ दिन और बंदरों का आतंक उस जगह पर कम पाया जाता है तो मेरठ के मुख्य इलाकों पर जहां पर बंदरों का आतंक है वहां अंगूरों के कटआउट लगाए जाएंगे और बंदरों को भगाने का काम किया जाएगा। दरअसल मेरठ के कई क्षेत्रों में बंदरों का आतंक काफी ज्यादा देखने को मिल रहा है। वहीं आम जनमानस बंदरों से परेशान हैं। मेरठ के कई इलाकों में बंदर हुजूम के साथ कभी भी किसी पर हमला बोल देते हैं जिसको लेकर वन विभाग की टीम बंदरों से निजात पाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।