फिरोजाबाद। जनपद में होने वाली लूट, डकैती और चोरी समेत अन्य अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस ने ठोस कदम उठाया है। अब हाईवे किनारे संचालित होने वाले होटल और ढाबे रात्रि 10 बजे के बाद बंद हो जाएंगे। पुलिस का मानना है कि रात्रि के समय में होने वाली आपराधिक घटनाओं की स्क्रिप्ट होटल और ढाबों पर बैठकर ही लिखी जाती है।
एसएसपी आशीष तिवारी के निर्देशन में शनिवार को एसपी सिटी मुकेश चंद्र मिश्रा ने होटल और ढाबा संचालकों के साथ बैठक की। एसपी सिटी ने बताया कि रात्रि के समय में होने वाले अपराधों को अंजाम देने से पहले आपराधिक व्यक्ति एक जगह बैठकर पूरी भूमिका तैयार करते हैं। अधिकांश इसके लिए वह हाईवे किनारे संचालित होने वाले होटल और ढाबों का सहारा लेते हैं। ऐसे में अपराधियों की कमर तोड़ने के लिए पुलिस प्रशासन ने रात्रि 10 बजे के बाद हाईवे किनारे वाले होटल और ढाबों को बंद करने का निर्णय लिया है। एसपी सिटी ने बताया कि होटल और ढाबों पर सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य हैं। इनमें करीब 15 दिन का बैकअप रखना होगा, जिससे किसी भी आपराधिक घटना का फुटेज चेक करने के लिए उसका सहारा लिया जा सके। उन्होंने होटल और ढाबा संचालकों को हिदायत दी कि आदेश न मानने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। होटल और ढाबा संचालकों के सहयोग से अपराधों में अवश्य कमी आएगी, ऐसा पुलिस का मानना है। फिरोजाबाद जिले की सीमा में हाईवे किनारे करीब तीन दर्जन से अधिक होटल और ढाबे हैं। इनमें से अधिकांश रात्रि के समय में भी खुलते हैं। पुलिस के मुताबिक ऐसे स्थानों पर रात्रि के समय बैठकर बदमाश अपराधों को अंजाम देने की भूमिका तैयार करते हैं। ऐसे में यदि होटल और ढाबे बंद रहेंगे तो उनके बैठने और योजना तैयार करने के इरादे पूरे नहीं हो पाएंगे और निश्चित ही अपराधों में कमी आएगी।