फिरोजाबाद। डा. भीमराव अंबेडकर महाविद्यालय के प्रांगण में भारतीय संविधान दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमें काव्य पाठ कर रचनाएं सुनाई गई। रचनाओं ने लोगों का मन मोह लिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ केपी सिंह बौद्ध द्वारा धम्म वंदना करके प्रारंभ किया गया। सरोज बघेल ने अपनी रचना पढ़ी कि सफल हो कारवां अपना लिए अरमान यह दिल में। इरादे हैं अटल अपने इन्हें मरने नहीं देंगे। हास्य कवि मनोज रायताली ने सरकार द्वारा किसान बिल वापस किए जाने पर व्यंग कसा कि किसकी जीत कहूं मैं इसमें, या सरकारी हार। तरकश से ये तीर चुनावी, दाग गए सरकार। लखीमपुर खीरी के कवि उपेंद्र भोला ने कहा कि समझ में नहीं आया नजर क्यों मोड़ दी तुमने। कवि देवी सिंह कुशवाहा ने छोटों के दम पर ही बढ़ते हैं सवाल। नन्हे नन्हे पैरों से बता रहे गणेश जी। कवि जीपी गौतम, रामस्नेही रजत, चंद्रप्रकाश चंद्र, धीरी सिंह बौद्ध ने भी काव्य पाठ किया। संचालन हास्य कवि मनोज राज ताली ने किया। कार्यक्रम के अंत में धीरी सिंह बौद्ध द्वारा सभी का हेतु आभार प्रकट किया गया। कार्यक्रम में बृजेश, राजकुमार, प्रेमचंद्र शंखवार आदि मौजूद रहे।