दुकानदारों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा दीपोत्सव मेला, बिक्री न होने से परेशानी बढ़ी
लोकल को बोकल बनाने के लिये उत्तर प्रदेश सरकार के आदेश पर फिरोजाबाद में स्वनिधि दीपावली 8 दिबसिय मेले का आयोजन किया गया है. यहां दो दिन में कई दुकानदारों की कोई बिक्री नहीं हुई है. इससे दुकानदार काफी परेशान हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकल को बोकल बनाने का जोर दिया था ,जिसको लेकर फ़िरोज़ाबाद के तिलक इंटर कालेज में 8 दिवसीय स्वनिधि दीपोत्सव मेले का आयोजन किया गया है ,सरकार की मांस है सड़क के किनारे दुकान सजाकर अपनी जीविका चलाने वाले रेहड़ी पटरी दुकानदारों को व्यापार के लिए एक नया मंच मिल सके, इसके लिए उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने इस साल एक नई पहल की है. सरकार की मंशा थी कि दुकानदार इस मेले में अपनी दुकान लगाएं और उनके व्यापार को मंच मिल सके और दिवाली पर वह चार पैसे कमा सकें लेकिन हालात बिल्कुल अलग है. यहां दुकान लगाना दुकानदारों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा है. दुकानदारों का कहना है कि दो दिन बीत चुके हैं लेकिन उनकी कोई बिक्री नहीं हुई है. इस वजह से दुकानदार काफी निराश है. इस मेले की बात करें तो यहां कुल 60 स्टॉल लगाए गए हैं, जिनमें से 30 स्टॉल रेहड़ी पटरी दुकानदारों के हैं. यह मेला 28 अक्टूबर को शुरू हुआ था और 4 नवंबर तक चलेगा. लोगो को आकर्षित करने के लिये सांस्कृतिक कार्यक्रम किये जा रहे है ,
वहां जरूर उनकी थोड़ी बहुत बिक्री हो जाती थी, लेकिन यहां तो उनका एक रुपये का भी समान नहीं बिका है. मेले में लोगों के न पहुंचने के कारण यहां स्टाल लगाना दुकानदारों के लिए घाटे का सौदा साबित हो रहा है.
जो लोग यहां आ रहे हैं, वह खरीददारी की बजाय सांस्कृतिक कार्यक्रम देखकर और मेले में लगे स्टॉल से फास्ट फूड खाकर चले जा रहे हैं.