फिरोजाबाद। वृंदावन धाम से पधारे कथा वाचक डा. संजय कृष्ण सलिल ने तृतीय दिवस के अवसर पर श्रीमद्भागवत कथा में गुरू की महिमा का महत्व https://indialivenews.net/wp-admin/post-new.php#post-viewsबताया।
बुधवार को गर्ग होटल के सभागार में कथावाचक डा. संजय कृष्ण सलिल ने कहा कि हमारे सभी गं्रथ, पुराण, वेद यही बताते है कि हम सभी को उपासना करनी चाहिए। हमारे जो इष्ट है जिनकी हम उपासन,ा पूजा पाठ ध्यान करते है ये सभी साधन उसके अंग है। उपासना का सीधा अर्थ है आगे बढ़ना, हर परिस्थिति की और बढ़ना, वासना से उपासना की ओर जाना। उन्होंने बताया कि जब साधक सत्कर्म की ओर अग्रसर होता है तो अनेक विध्न आते है। जो हमें विचलित करती है। ऐसे समय में हमारे प्रभु हमारी सहायता के लिए संत गुरू के रूप में आकर हमें परिस्थिति से झूझने का मार्ग दिखाते है। हमें धकेल कर ठाकुर जी के चरणों तक पहुंचा देते है। वहीं भीष्म कथा का मार्मिक वर्णन कर भक्तों को भावविभेर कर दिया। इस दौरान सुधीर अग्रवाल, किशन बिहारी गर्ग, कृष्णमुरारी अग्रवाल, ई एससी अग्रवाल, राजेश अग्रवाल, आलोक, सुरेश मित्तल एडवोकट, कुलदीप मित्तल, अनुग्रह गोपाल अग्रवाल, प्रमोद अग्रवाल, राजकुमार गुप्ता, अनिल गुप्ता, अजय गुप्ता, प्रमोद गुप्ता, जगदीश अग्रवाल आदि मौजूद रहे।