फिरोजाबाद/टूंडला। सुहागनगरी में करवाचैथ का त्यौहार हर्षोल्लास व धूमधाम के साथ मनाया गया। सुहागिन महिलाओं अपने पति दीर्घ आयु के लिए पूरे दिन निर्जला उपवास रखकर मां करवा से सुखी दांपत्य जीवन की प्रार्थना की। रात को चंद्र दर्शन के बाद ही व्रत पारण किया गया।
रविववार को करवाचैथ का पर्व धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान पंजाबी सभा द्वारा आर्य नगर स्थित पंजाबी धर्मशाला में सामूहिक पूजन किया गया। वहीं मान्यता है कि कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र की कामना के साथ निर्जला व्रत रखती है। यह व्रत सौभाग्य, सुख और समृद्वि का प्रतीक माना जाता है। इस दिन महिलाऐं शिव परिवार और भगवान गणपति की पूजा करती है। और चांद दर्शन के बाद व्रत खोलती है।
वहीं पौराणिक कथा के अनुसार एक बार वीरवती नाम की पतिव्रता स्त्री ने करवाचैथ का व्रत रखा था। भूख से व्याकुल वीरवती की हालत उसके भाईयों से सहन नहीं हुई। उन्होंने चंद्रोदया से पूर्व ही एक पेड़ की ओट में चलनी लगाकर उसके पीछे आग जला दी और अपनी बहन से आकर कहा देखों चाॅद निकल आया है। अध्र्य दे दो। बहन ने झूठा चाॅद देखकर व्रत खोल दिया। और उसके पति की मृत्यु हो गई। साहसी वीरवती ने अपने प्रेम और विश्वास से मृत पति को सुरक्षित रखा। अगले वर्ष करवाचैथ के ही दिन नियम पूर्वक व्रत का पालन किया। जिससे चैथ माता ने प्रसन्न होकर उसके पति को जीवनदान दे दिया। तब से छलनी ओट में से चाॅद को देखने की पंरपरा चली आ रही है। वहीं टूंडला में सीओ अभिषेक श्रीवास्तव की धर्मपत्नी ने करवाचैथ की व्रत रखकर उनकी लंबी आयु की कामना।