उत्तर प्रदेश। उत्तर प्रदेश में कुछ महीने बाद होने जा रहे विधानसभा चुनाव में बीजेपी पार्टी के नेतृत्व में अपनी जमीन पूरी तरह पक्की कर लेना चाहता है। लखीमपुर खीरी कांड सहित कुछ घटनाओं को लेकर विपक्षी दल जिस तरह से बीजेपी की सरकार के खिलाफ माहौल बनाने में जुटे हैं, उसे लेकर भी पार्टी के रणनीतिकार सचेत हैं इसी को देखते हुए दिल्ली में केंद्रीय और प्रदेश नेतृत्व की राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई।
साझा रणनीति के तहत संघ भी बीजेपी की चुनावी रणनीति बनाने में मदद करेगा भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व की कई बैठकें उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर हो चुकी हैं। सोमवार को फिर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नई दिल्ली में बैठक बुलाई राष्ट्रीय महामंत्री संगठन बीएल संतोष और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रभारी बनाए गए केंद्रीय उच्च शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी थे। यहां से प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल के अलावा संघ के क्षेत्र प्रचारक सहित अन्य पदाधिकारी भी बैठक में शामिल हुए।
सूत्रों के मुताबिक बैठक में लखीमपुर खीरी कांड, गोरखपुर में पुलिस द्वारा कारोबारी की हत्या, कृषि कानून विरोध आंदोलन आदि के विधानसभा चुनाव पर असर को लेकर चर्चा हुई। हालांकि, रिपोर्ट यही रही कि माहौल बीजेपी के पक्ष में ही है। पार्टी की ओर से तय किया गया कि सौ दिन के लिए जो सौ कार्यक्रम बनाए जा रहे हैं, उन्हें जमीनी स्तर पर अच्छे से चलाया जाए पिछड़ा वर्ग सहित अन्य वर्गों का जातीय समीकरण मजबूत रखने के लिए जातीय सम्मेलन में समाज के अधिक से अधिक लोगों की भागीदारी हो। किसानों को लेकर विपक्षी विपरीत माहौल न बना पाएं। बताया गया है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से तैयारी कर ली गई है।