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सुल्तानपुर : सुल्तानपुर जिला महिला चिकित्सालय में महिला दलाल के झांसे में आकर बंदना पाल कि प्राइवेट हंसा नर्सिंग होम में मौत हो गई, बता दें कि पूरा मामला सुल्तानपुर जिला महिला चिकित्सालय का हैं जहाँ दिनाँक 3/10/21को बंदना पाल नामक महिला उम्र लगभग 26 वर्ष जोकि अपने परिजनों के साथ डिलेवरी कराने जिला महिला चिकित्सालय पहुँची थी जहाँ उसको रात में अचानक दर्द होने लगा उसी दौरान जिला महिला चिकित्सालय में मौजूद दो महिला दलाल ने बंदना पाल प्रसूता को व तथा साथ मे आयी उसकी ननन्द को बहला फुसलाकर कर नगर के राहुल चौराहे से कुछ दूर स्थित हंसा नर्सिंग होम में ले जाकर भर्ती कराया!

तो वही दर्द से कराह रही बंदना पाल को व उसकी ननन्द को उन दो दलाल महिलाओं ने हंसा नर्सिंग होम में ला कर छोड़ दिया फिर इसके बाद वही हुआ जो अक्सर हर दर्द से कराह रही महिला का होता है जहां पर हंसा नर्सिंग होम के काबिल डाक्टरों द्वारा बंदना पाल का असफल आपरेशन किया गया आपरेशन के दौरान बच्चे क़ो बचा लिया गया लेकिन आज बंदना पाल को काबिल डाक्टरों की लापरवाही से अपनी जान गवानी पड़ी वहीं परिजनों का आरोप है कि हंसा नर्सिंग होम में मौजूद डाक्टरों के लापरवाही से बंदना पाल कि मौत हुई है,मौत होने के बाद हंसा नर्सिंगहोम के डाक्टर व कर्मचारियों द्वारा शव को जबरन ऐम्बुलेंस बुलाकर हंसा नर्सिंग होम के संचालक द्वारा लखनऊ के लिए भेजा जा रहा था। जिस पर परिजन तैयार नहीं हुए और शव को लेकर अपने गाँव चले गए!

तो वही जब परिजन परिजनों ने मृतक बंदना पाल का शव लेकर अपने गांव पहुँचे तो वहाँ गाँव वालों की आपसी सहमति से ग्रामीणों के साथ तमाम ग्रामीणों ने शव लेकर कोतवाली नगर पहुंचे और नगर में स्थित हंसा नर्सिंग होम के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए परिजनों ने पुलिस को तहरीर दिया।पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया हैं।और विधिक कार्यवाही की जा रही हैं और पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बात उचित निर्णय पुलिस के द्वारा लिया जाएगा और ये पहली बार नही है की ऐसा हुआ हैं हंसा नर्सिंग होम में आये दिन इस तरह की वारदात होती रहती हैं !

साथ ही साथ अवगत कराते चले कि सुल्तानपुर के जिला महिला चिकित्सालय में ऐसे कई दलाल महिला व पुरूष घूमते हैं जो मोटी रकम कमाने के लिए जिला चिकित्सालय में दिन रात अपना शिकार ढूंढ़ते रहती हैं जिनका प्राइवेट अस्पताल से लेकर नर्सिंग होम, फर्जी क्लीनिक व पैथोलॉजी तक जमकर दलाली चलती है।उन्हीं महिला व पुरूष दलालों के चक्कर में आये दिन किसी ना किसी कि बहन,बेटी,माँ बाप असमय छोला छाप डॉक्टरों व प्राइवेट नर्सिंग होम जहाँ कोई संसाधन ना होना और नाही डिग्री धारक डॉक्टर होना और नही समुचित दवा की व्यवस्था होना आदि की वजह से मौत के मुंह में समा जाती हैं।

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