शिकोहाबाद। उप जिलाधिकारी द्वारा नये दाखिल वादो पर कोई कार्यवाही न करना व मुकदम्मों की सुनवाई करते समय नियम विरूद्ध एवं अनेकों प्रकार की अनियमिततायें का आरोप लगाते हुए तीन सितम्बर को न्यायालयों का बहिष्कार कर दिया था। जिसमे अधिवक्ताओं का आरोप है कि रेवेन्यू वार के पदाधिकारियों ने वादकारियों व अधिवक्ताओं के हितों को दरकिनार करते हुये बिना अधिवक्ताओं से राय-मशवरा व मीटिंग किये बिना न्यायिक कार्य सुचारु करने का प्रस्ताव दे दिया। जैसे ही प्रस्ताव की खबर अधिवक्ताओं को लगी अधिवक्ताओं ने पदेन अध्यक्ष व महासचिव को छोड़कर अशोक कुमार यादव पूर्व अध्यक्ष की अध्यक्षता में बैठक की। जिसका संचालन वेदप्रकाश यादव (अध्यक्ष मुंसिफी बापस लाओं संघर्ष समिति) ने किया।
वक्ताओं ने कहा कि हमारा संघर्ष वादकारियों के हित में 03 सितम्बर से लगातार चला आ रहा है। उप-जिलाधिकारी न्यायालय में आज तक नये वादों को दर्ज नहीं किया गया और न ही मेडबन्दी व दुरूस्ती वाद की फाईलों में रिपोर्ट ही दाखिल हुई। गुरुवार को बैठक के उपरान्त अधिवक्ताओं ने एकजुट होकर एसडीएम न्यायालय में जाकर नारेबाजी की और अनिश्चितकालीन बहिष्कार को अनवरत जारी रखने का ऐलान किया। इस संबंध में एसडीएम देवेंद्र कुमार ने कहा कि जितने भी लंबित मामले हैं उनका निस्तारण किया जा रहा है। इसके अलावा जो भी नये मामले आ रहे हैं उनका शीघ्र निस्तारण किया जाता है। जो भी मुकदमा में देरी आ रही है वह अधिवक्ताओं की वजह से आ रही है। वो जो भी आरोप लगा रहे हैं वह निराधार गलत है। इस अवसर पर अशोक कुमार यादव, श्यामबाबू यादव, ब्रजेश चन्द्र यादव, वेदप्रकाश यादव, राजेन्द्र प्रसाद शर्मा, नफीस उल्ल हसन, विनोद, पवन यादव, राजीव यादव, जितेन्द्र सिंह, उम्मेद बाबू, सुभाष चन्द्र, पंकज वघेल, निशचल श्रीवास्तव, प्रशान्त वघेल, राजेन्द्र सिंह, प्रदीप यादव, वीरेन्द्र सिंह यादव, विनय यादव, कुलदीप, ओमवीर सिंह आदि अधिवक्ता उपस्थित रहे।

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