वाराणसी: पहाड़ी और मैदानी इलाकों में लगातार हो रही बरसात से गंगा नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ाव हो रहा है। अगस्त माह के बाद फिर घाटों का सम्पर्क मार्ग गंगा की लहरों में समा चुका है। गंगा में लगातार बढ़ाव को देख तटवर्ती क्षेत्र के लोगों की नींद उड़ गई है। लोग अपने कीमती गृहस्थी के सामानों को सुरक्षित स्थान पर रखने लगे हैं।
शनिवार को सुबह आठ बजे तक गंगा का जलस्तर 65.96 मीटर दर्ज किया गया। केन्द्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा का जलस्तर लगभग दो सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ रही है। पिछले 12 घंटों में लगभग 28 सेंटीमीटर जल की वृद्धि हुई है। गंगा में चेतावनी बिंदू 70.26 मीटर है। शुक्रवार को गंगा की लहरें चार सेंटीमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से बढ़ाव पर थी। गंगा में बढ़ाव से सहायक नदी वरूणा भी उफनने लगी है। वरूणा का पानी फिर कॉरिडोर को डुबोने लगा है। यह देख वरूणा किनारे के मोहल्लों में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मडराने लगा है। जलस्तर के दोबारा बढ़ने से जिला प्रशासन भी सतर्क है।
जिलाधिकारी और एडीएम सिटी भी खुद इसकी निगरानी कर रहे हैं। एनडीआरएफ और जल पुलिस भी सतर्क् हो गई है। ग्रामीण इलाकों खासकर सरायमोहना, ढाब क्षेत्र, सामनेघाट, रमना में एक बार फिर बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया है। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार गंगा इस समय चेतावनी बिंदु से नीचे बह रही है।