फिरोजाबाद। दाऊदयाल महिला महाविद्यालय में हिंदी दिवस का आयोजन किया गया। वहीं महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं ने राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी की दशा और दिशा पर भाषण एवं कविताओं के माध्यम से विस्तृत प्रकाश डाला।
कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्या डा. विनीता गुप्ता ने मां शारदे की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर किया। मनोविज्ञान विभाग की अध्यक्षा डा. निशा अग्रवाल ने हिंदी को मानव की मनोवैज्ञानिकता से जोड़ते हुए हिंदी के महत्व को परिभाषित किया। हिंदी विभागाध्यक्षा डॉ छाया बाजपेई ने हिंदी साहित्य का इतिहास एवं उसके शब्दकोश पर बृहद चर्चा की। डा. ज्योति अग्रवाल ने कहा कि वैश्विक स्तर पर जितना अंग्रेजी का बोलबाला है। उतना ही हिंदी का प्रादुर्भाव भी बढ़ा है। आज हिंदी विश्व के लगभग 10 से 12 देशों में बोली व समझी जाती है। हिंदी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डा. अंजू गोयल ने अपनी स्वरचित कविता के माध्यम से हिंदी की महत्ता प्रतिपादित करते हुए कहा कि आज हिंदी की संवैधानिक स्तर एवं सोशल मीडिया पर अच्छा-खासा प्रभाव देखा जा रहा कार्यक्रम का संचालन माधवी सिंह ने किया।