कहा जाता है पुलिस थाने में इसलिए दरवाजा नहीं लगा होता है, जिससे कोई भी आम व्यक्ति बेहिचक न्याय के लिए थाने पहुंच सके। न्याय के लिए पुलिस से अपने परेशानियों को साझा कर सके, लेकिन जब पुलिस पर ही आम जनता को परेशान करने का आरोप लगे, तो क्या कहा जा सकता है। पूरा मामला इटावा से है, जहां पुलिस ने एक छात्र को गुंडा बना दिया, इस बात से परेशान होकर छात्र ने मौत को गले लगा लिया।
बरामद हुआ पुलिस की गुंडा एक्ट की नोटिस
दरअसल, पूरा मामला इटावा के बसरेहर पुलिस से जुड़ा हुआ है, जहां के नगला टीकुर गांव के पुलिस के गुंडा एक्ट के नोटिस से परेशान छात्र ने जामुन के पेड़ पर गमछे से फांसी लगाकर जान दे दी। तलाशी के दौरान उसके पास से पुलिस का जारी नोटिस बरामद हुआ। तो ग्रामीणों ने उत्तेजित होकर इटावा-बरेली हाईवे पर जाम लगाने का प्रयास किया। पुलिस ने किसी तरह लोगों को समझा कर शांत करा शव पोस्टमार्टम को भेजा।
पुलिस की तरफ से मिनी गुंडा एक्ट के तहत हुई कार्रवाई
बसरेहर के नगला टीकुर गांव निवासी मनोज उर्फ कल्लू (25) बीए द्वितीय वर्ष का छात्र था। उसके घर में मां मुन्नी देवी, छोटा भाई अंशूल व शादीशुदा बहन बबली है। ताऊ के बेटे अश्वनी कुमार ने बताया कि करीब चार माह पहले जमीन के विवाद में मनोज का चाचा सर्वेश से झगड़ा हो गया था। जिसमें पुलिस ने मनोज व उसके पिता मान सिंह पर 151 की कार्रवाई की थी।
पुलिस कार्रवाई से परेशान था युवक
इसके दो माह बाद पुलिस ने मनोज पर मिनी गुंडा एक्ट की कार्रवाई कर दी। करीब 25 दिन पहले ही उसे जमानत मिली थी। पुलिस की इस कार्रवाई से वह काफी परेशान था। गुरुवार सुबह वह गांव में अपने मौसा के स्कूल में बच्चों को छोड़कर घर आया। इसके बाद वह खेत में जाने की बात कह घर से निकला था। घर से करीब 500 मीटर की दूरी पर जामुन के पेड़ से उसने गमछे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
इटावा-बरेली हाईवे पर जाम लगाने का प्रयास
गांव की महिलाओं ने खेतों में जाते समय मनोज का शव लटका देख सूचना परिजनों को दी। सूचना पर सीओ सैफई साधुराम व बसरेहर थाना प्रभारी राजीव कुमार यादव पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। शव को पेड़ से नीचे उतारते समय परिजन पुलिस से भिड़ गए और इटावा-बरेली हाईवे पर जाम लगाने का प्रयास किया। सीओ ने परिजनों को काफी समझाकर शांत कराया।
मौके से गुंडा एक्ट की नोटिस बरामद
पुलिस ने मृतक की तलाशी ली तो उसके पास से मिनी गुंडा एक्ट का नोटिस, वकील का नंबर समेत अन्य कागजात बरामद हुए। सीओ सैफई साधुराम ने बताया कि कुछ माह पहले जमीन के विवाद में झगड़ा होने पर सर्वेश की तरफ से मानसिंह व उसके बेटे मनोज पर एनसीआर दर्ज कराई गई थी।
पुलिस ने कहा- मनोज पर हुई थी 110 जी के तहत कार्रवाई
इस पर पुलिस ने 151 की कार्रवाई की गई थी। इसके बाद पुलिस ने मनोज पर 110 जी की कार्रवाई की। पुलिसकर्मी को जांच के बाद कार्रवाई करनी चाहिए थी। मनोज बीए द्वितीय वर्ष का छात्र था। शायद उसके पिता मान सिंह पर भी मिनी गुंडा एक्ट की कार्रवाई की गई है। मामले की जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी।