नोएडा. उत्तडर प्रदेश के मथुरा, फिरोजाबाद और बुलन्दशहर के बाद अब डेंगू ने गौतमबुद्ध नगर जिले (Gautam Buddha Nagar) में भी दस्तक दे दी है. अब तक चार बच्चों में डेंगू (Dengue) की पुष्टि हो चुकी. हालांकि, इनमें तीन स्वस्थ हो चुके हैं. एक डेंगू पीड़ित बच्चे का सेक्टर-30 चाइल्ड पीजीआई में उपचार चल रहा है. मलेरिया व डेंगू के बढ़ते मरीजों को देखते हुए सीएमओ व सीएमएस भी सतर्क हो गए हैं. जिला अस्पताल (District Hospital) व सीएचसी में डेंगू समेत विभिन्न बीमारी के मरीजों के लिए विशेष वार्ड तैयार किए गए हैं.
वायरल बुखार के साथ ही मलेरिया और डेंगू के मरीजों का आना भी अब शुरू हो गया है. जिला अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन 600-700 मरीज वायरल बुखार के आ रहे हैं. वहीं, जिले में अब तक 29 मलेरिया के मरीजों की पुष्टि एक महीने में की जा चुकी है. अस्पतालों में इक्का-दुक्का डेंगू के मरीज भी आने शुरू हो गए हैं. मलेरिया व डेंगू के बढ़ते मरीजों को देखते हुए डिस्ट्रिक अस्पताल ने डेंगू समेत विभिन्न बीमारी के मरीजों के लिए विशेष वार्ड तैयार किए गए हैं. जिला अस्पताल की सीएमएस डॉ. सुषमा चंद्रा ने बताया कि अस्पताल में डेंगू मरीजों के लिए दस बिस्तर का वार्ड तैयार किया गया है. प्रत्येक बिस्तर पर मच्छरदानी व आक्सीजन सिलेंडर की भी व्यवस्था की गई है. बच्चों की सुरक्षा के लिए पीडियाट्रिक वार्ड अलग तैयार किए गए हैं.
मरीजों का आना भी अब शुरू हो गया है
जिले में अब तक मलेरिया के 24 मामले सामने आ चुके, जबकि चार बच्चों में डेंगू की पुष्टि हुई है. जिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुषमा चंद्रा ने बताया कि अस्पताल में 100 बेड पर मरीजों का इलाज चल रहा है. ओपीडी में बुखार के साथ ही अन्य बीमारियों के मरीज भी इलाज के लिए आ रहे हैं. वायरल बुखार के साथ ही मलेरिया और डेंगू के मरीजों का आना भी अब शुरू हो गया है.
हेल्प डेस्क भी स्थापित कर दिए गए हैं
वहीं, जिला अस्पताल की ओपीडी में प्रतिदिन 600-700 मरीज वायरल बुखार के आ रहे हैं. लेकिन डॉ. सुषमा चंद्रा का कहना है कि डिस्ट्रिक अस्पताल डेंगू के अभी मरीज नहीं आये हैं. लेकिन इनसे निपटने के तैयारियां पूरी हैं. सभी जगह आक्सीजन कंसंट्रेटर व बाइपेप मशीन की सुविधा है. इसके अलावा प्रत्येक वार्ड में चिकित्सकों व पैरा मेडिकल स्टाफ की तैनाती के साथ 108 व 102 और एएलएस एंबुलेंस की सुविधा भी सुनिश्चित कर दी है. मरीजों की सुविधा के लिए समस्त अस्पतालों में हेल्प डेस्क भी स्थापित कर दिए गए हैं.