रात दिन की मेहनत व ईमानदारी के साथ-साथ बेहतर सेवा देने वाले पुलिसकर्मियों को केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा हर वर्ष उत्कृष्ट सेवा मेडल दिया जाता है। उन्नाव पुलिस महकमे में तैनात दारोगा सर्वेश राना को अभी यह पदक से सम्मानित हुए महज 21 दिन ही हुए थे कि फजीहत भरे कारनामे ने वर्दी को दागदार करने के साथ विभाग की भी अच्छी खासी किरकीरी करा दी है। दरअसल दरोगा ने सराफा कारोबारी पर दबाव बनाकर 50 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर डाली। सराफ कारोबारी ने 20 हजार दिए लेकिन दरोगा का लालच था कि लगातार बढ़ता ही जा रहा था। जिससे परेशान होकर पीड़ित ने शिकायत की… लेकिन पुलिस ने मामले को रफा दफा करने के लिए पीड़ित सराफ कारोबारी को वहां से टरका दिया। पीडित ने पुरवा विधायक को मामले के बारे में बताया तो विधायक ने एसपी से इसकी बात की। एसपी ने दारोगा को निलंबित कर जिस थाने में दरोगा की तैनाती थी असोहा थाने में ही उसके खिलाफ दर्ज केस में गिरफ्तार उसे जेल भेज दिया है।
क्या था पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक उन्नाव जिले के सोहरामऊ थाना क्षेत्र के गांव सहरावां निवासी संतोष के बेटे सोनू ने जानकारी देते हुए बताया कि असोहा थानाक्षेत्र के बेलौरा गांव में उसकी ज्वैलरी की शॉप है। शनिवार की देर शाम वह दुकान बंद कर गांव के लिए निकले, तभी रास्ते में रानीपुर मोड़ पर असोहा थाने में तैनात दारोगा सर्वेश राना ने उसकी कार को रोका और पूछताछ शुरू की। जिसमें उसने बताया कि दुकान बंद कर वह घर जा रहे हैं। इस पर दारोगा ने उलटा उसपर ही चोरी का माल खरीदने का आरोप लगाया। यही नहीं दरोगा ने उसे कहा कि अभी 3-4 आदमी बुलाकर डकैती में जेल भेजता हूं। लेकिन जब सोनू ने ऐसा कुछ भी न करने की बात कही तो दरोगा ने सोनू को गालियां देनी शुरू कर दी और थाने लेकर जाने की भी बात कही। थाने जाने के डर से सोनू ने दरोगा के हाथ-पैर जोड़े। तो दरोगा ने सोनू का फायदा उठाकर 50 हजार रुपये देने की बात कही। युवक सोनू ने मौके पर ही अपने दोस्त ज्ञान शंकर से 20 हजार रुपये मंगाकर दरोगा को दे दिए। इस पर दारोगा ने 20 हजार रुपये रविवार को और देने की बात कहकर सोनू को वहां से जाने दिया।
एसपी ने आरोपी दरोगा को केस दर्ज कर भेजा जेल
दरोगा द्वारा युवक सोनू पर दोबारा पैसे का दबाब बनाने से तंग आकर असोहा थाने में तहरीर दी, लेकिन वहां पर उसकी किसी ने ना सुनी। तो उसने विधायक को अपने साथ हुई सभी समस्याओं के बारे में बताया, विधायक ने सोनू की बात सुनकर दरोगा के रिश्वत लेने की बात को एसपी तक पहुंचाया। एसपी ने भी युवक की समस्या को सुनकर दरोगा के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही। CO पुरवा विक्रमाजीत सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि तहरीर के आधार पर दरोगा सर्वेश राना के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर जेल भेजा गया है। एसपी ने उसे उसे निलंबित कर दिया है।
15 अगस्त को मिला था मेडल
भ्रष्टाचार के आरोप में रविवार को केस दर्ज होने के बाद गिरफ्तार किए गए दरोगा सर्वेश राना को महज 21 दिन पहले 15 अगस्त को गृह मंत्रालय भारत सरकार की ओर से उत्कृष्ट सेवा मेडल मिला था। मेडल पाने के कुछ दिन बाद ही उन्हें गंभीर धारा में हुई कार्रवाई का सामना करना पड़ा।
आरोपी दरोगा को किया निलंबित
एसपी अविनाश पांडेय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक सराफा कारोबारी से वसूली की शिकायत पर सीओ से जांच कराई गई थी। जिसके बाद आरोप सही पाए जाने के बाद उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करके दारोगा को निलंबित कर मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया है।
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