फिरोजाबाद में 100 सैया हॉस्पिटल को कैसे बनाया स्वास्थ्य विभाग में 400 बेड का अस्पताल अभी इस समय 430 बच्चे हैं भर्ती।
फिरोजाबाद में बैग बढ़ते वायरल बुखार के प्रकोप का सिलसिला 18 अगस्त से शुरू हुआ,उसके बाद बीमार बच्चों की संख्या इतनी बढ़ती गई की मेडिकल कॉलेज के अंतर्गत आने वाले 100 बेड के हॉस्पिटल में बच्चों को भर्ती करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई,लेकिन बच्चों को भर्ती का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा था 6 से 7 दिन में भर्ती बच्चों की संख्या 500 के करीब पहुंच गई,लेकिन 100 बेड के अस्पताल को 400 बेड का अस्पताल कैसे बनाया गया यह प्रिंसिपल संगीता अनेजा ने बताया,इस 100 सैया हॉस्पिटल बिल्डिंग में तमाम ऐसी जगह थी वहां पर बेड डालने की व्यवस्था तो थी लेकिन वह और अन्य काम के लिए वह रूम थे,जैसे औषधि केंद्र,स्टोर रूम, स्टोर आरसीएच,पैथोलॉजी,हाई स्कील लेब,प्रशिक्षण कच्छ, सेमिनार हॉल,बेड स्टोरेज यूनिट,इन सभी को वार्ड में तब्दील करा दिया गया,और यहां बेड डलवा दिए गए इसके बाद इन सब के बाहर बने बरामदे में भी बैठ डलवा कर बीमार बच्चों का इलाज शुरू कर दिया गया है,आज 430 बच्चे इस हॉस्पिटल में भर्ती और आने वाले बीमार बच्चों के लिए एक नवनिर्माण बिल्डिंग मैं भी 100 बेड डलवा दिए गए हैं,वहां पर भी बीमार बच्चे भर्ती किए जा रहे हैं,उसी नवनिर्माण बिल्डिंग में और 100 बेड की व्यवस्था भी आज शाम तक हो जाएगी जिससे सभी मरीजों को भर्ती करने में कोई दिक्कत नहीं आयेगी।
संगीता अनेजा प्रिंसिपल मेडिकल कॉलेज ने बताया यह 100 बेड हॉस्पिटल था और कोरोना काल में हमें बहुत कुछ सीखने मिला हमने उस समय 100 बेड की हॉस्पिटल को बेड बढ़ाकर यहां काफी मरीजों को भर्ती भी किया था, उसी के चलते हमने तीसरी लहर की तैयारी भी कर ली थी आज 400 बेड इस हॉस्पिटल में हमने कर दिए हैं,तमाम जगह हमारे पास ऐसी थी जहां हमने उनमे वार्ड बना दिए जहां आज मरीजों का इलाज हो रहा है,सामने नवनिर्माण बिल्डिंग बन गई है उसमें भी हमने 100 बेड डलवा दिए हैं वहां पर भी मरीज भर्ती हैं आज शाम तक सेकंड फ्लोर पर भी 100 बेड और डलवा देंगे।