फिरोजाबाद जिले में वायरल फीवर और डेंगू ने कहर बरपा रखा है. ग्रामीण इलाकों में काफी संख्या में वायरल फीवर व डेंगू के मरीज मिल रहे हैं. इससे ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. अलग-अलग गांवों में 10 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. 20 से ज्यादा बुखार से पीड़ित मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है.
फिरोजाबाद: देश-प्रदेश में जहां कोरोना की तीसरी लहर का खतरा मंडरा रहा है तो वहीं इन दिनों वायरल फीवर और डेंगू ने फिरोजाबाद के ग्रामीण इलाकों में दहशत पैदा कर रखी है. जिले में ऐसे कई गांव हैं, जो इस फीवर की चपेट में हैं. अलग-अलग गांवों में 10 से ज्यादा लोगों की तो मौत हो चुकी है. अभी भी गांवों में सैकड़ों लोग बीमार हैं. अस्पतालों में भी वार्ड हाउसफुल हो चुके हैं.
देश-प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर सतर्कता बरती जा रही है. वैज्ञानिकों और डॉक्टरों ने इसको लेकर अलर्ट किया है. वैज्ञानिकों और डॉक्टरों के मुताबिक सितंबर और अक्टूबर में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है. सरकार इसे रोकने लिए हर संभव कदम उठा रही है. इसी बीच फिरोजाबाद जिले के ग्रामीण इलाकों में डेंगू महामारी ने दस्तक दे दी है
फिरोजाबाद जिले के गांव नगला अमान, मरघटी जलालपुर, टापा खुर्द में 10 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इन गांवों में अभी भी सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण बीमार हैं. 20 से ज्यादा बुखार से पीड़ित मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है. गंभीर रूप से बीमार मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है. जिला अस्पताल में भी वार्ड फुल हो चुका है. मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए अस्पताल में एक वार्ड अतिरिक्त बनाया गया है.स्वास्थ्य विभाग के जानकारों की मानें तो जलभराव की समस्या की वजह से वायरल फीवर चल रहा है. ग्रामीण इलाकों में गलियों में जलभराव और दलदल होने की वजह से वायरल फीवर फैल रहा है. यही नहीं शहर के एलान नगर में जल जमाव के कारण संक्रामक रोगों के फैलने की आशंका है. हालांकि नगर निगम ने यहां जल निकासी का इंतजाम कराया है और फॉगिंग भी कराई है.
लोगों के मुताबिक पेशेंट को पहले तेज बुखार आता और फिर उसकी प्लेटलेट्स भी काफी कम हो जाती है. मजबूरन पेशेंट को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ता है. इस संबंध में जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हंसराज का कहना है कि जिला अस्पताल में बुखार के रोगियों की संख्या बढ़ी है. सभी को इलाज दिया जा रहा है. उनके ब्लड की भी जांच कराई जा रही है. मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एक अतिरिक्त वार्ड भी क्रियाशील किया गया है.