फिरोजाबाद/19 अगस्त/सू0वि0 राज्य स्तरीय सलाहकार समिति के तुषारदीप मकवाना ने जनपद में सरकार की योजनाओं की प्रगति की समीक्षा की। सरकार की मंशा के अनुरूप योजनाओं का लाभ अंतिम पायदान पर खडे़ व्यक्ति को मिलना चाहिए- मकवाना
उत्तर प्रदेश शासन की चार सदस्ययीय राज्य स्तरीय सलाहकार समिति द्वारा तुषारदीप मकवाना के नेतृत्व में जनपद में सरकार की जनकल्याणकारी योजना प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना सहित अन्य योजनाओं की सिविल लाइन निरीक्षण भवन सभागार में समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होने उप कृषि निदेशक हंसराज, जिला विकास अधिकारी महंेद्र प्रताप यादव, एडीओ समाज कल्याण व सहायक प्रबंधक एवं सभी खण्ड विकास अधिकारी, सभी मण्डी समिति सचिव सहित सम्बन्धित अधिकारियों के साथ एक-एक कर गहनता से योजनाओं की अब तक प्रगति की समीक्षा की। उन्होने प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना में चयनित जनपद के 20 ग्रामों में अब तक हुए कार्याें के बारे में जाना और कराये गये कार्याें केे फोटोग्राफ्स देखे और इन सबकी वास्तविकता जानने के लिए उन्होने विकास खण्ड टूण्डला के ग्राम देवखेड़ा का भी निरीक्षण किया। जहां पर योजना से कराए जा रहे कार्य पेयजल, टीटीएसपी, आगनबाडी भवन, शौचालय नालियां, सड़क व आंतरिक सड़क, निर्माण के कार्याें में और अधिक तेेजी लाने के निर्दंेश समाज कल्याण अधिकारी व खण्ड विकास अधिकारी को दिए।
बैठक के दौरान उन्होने बताया कि केन्द्र प्रायोजित प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना पी0एम0ए0जी0वाई0 के क्रियान्वयन हेतु चयनित ग्रामों में सर्वेक्षण एवं ग्राम विकास योजना वी0डी0पी0 तैयार करके सामाजिक एवं शैक्षिक स्तर से आर्थिक उन्नयन हेतु सरकार द्वारा प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के क्रियान्वयन के लिए जनपद में 20 ग्राम का चयन किया गया था। जिसमें पचोखरा, देव खेडा, किसराॅव, इटौरा, प्रतापपुर, राजपुर बलाई, वाघई, सहजलपुर, घुनपई, नगला सूरज, किशनपुर मोहम्मदावाद, विदरखा, ऊंदनी, बैंदीपुर विदरिका, नगला मदारी, खेरा लंगर, वहोरनपुर, हेमराजपुर, पथरौआ, सरामई सम्मिलित किए गए है। उन्होने बताया कि जनपद में जल्द प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत गांव होंगे आदर्श ग्राम, पेयजल टीटीएसपी, आगनबाडी भवन, शौचालय, नाली, सड़क व आंतरिक सड़क निर्माण के साथ डस्टविन व स्ट्रीट लाइटों से चमकेंगे आदर्श ग्राम।
बैठक में एडीओ समाज कल्याण व सहायक प्रबंधक कमल सिंह ने बताया कि योजना में ऐसे गाॅव चयनित किये गये है जहाॅ अनुसूचित जाति की आबादी 50 प्रतिशत या अधिक है इन ग्रामों में सर्वे के माध्यम से जैसे पेयजल एवं स्वच्छता, शिक्षा, स्वास्थ एवं पोषण, सामाजिक सुरक्षा, ग्रामीण मार्ग एवं आवास, बिजली एवं स्वच्छ ईंधन, कृषि पद्वतियां आदि वित्तीय समावेशन, डिजिटलकरण, आजिविका एवं कौशल विकास आदि के लिए निगरानी योग्य संकेतक तैयार किये गये है। इन निगरानी योग्य संकेतकों के माध्यम से ग्राम विकास योजना वी0डी0पी0 तैयार की गयी थी जिसे अनुमोदन के उपरांत कार्य कराए जा रहे है।
इसी प्रकार से मकवाना ने वित्तीय वर्ष 2020-21 में मनरेगा एवं अन्य विभागों के मध्य कन्वर्जेन्स की प्रगति एवं विभागों द्वारा प्रेषित की जाने वाली सूचनाओं के आधार पर जनपद में कराये जा रहे मनरेगा कार्याें की भी समीक्षा की