फिरोजाबाद। शहर के मुख्य मार्गो,पार्क,प्रमुख स्थानों पर फव्वारें लगाए जाने का उद्देश्य सुंदरता और आकर्षण को बढ़ावा देना होता है जिससे कि फव्वारें को देखने वाले लोग उसे देख कर मोहित हो जाए।लेकिन महानगर के सुभाष चौराहे पर स्थित फव्वारा बदहाली के आंसू रो रहा है। फव्वारा कई महीनों से बंद और टूटा फूटा पड़ा है,टाइल्स उखड़ गए हैं। उसमें दुर्गंध युक्त पानी भरा हुआ है,एक साइड की रेलिंग उखड़ गई है।अब फव्वारें ने कूड़ेदान का रूप ले लिया है।राहगीर उसमें कूड़ा फेंक रहे हैं। फव्वारें को ठीक कराने की सुध नगर निगम प्रशासन व मेयर ने नहीं ली।इससे लोगों में रोष है।
सुहागनगरी के लोगों में चर्चा है की नगर निगम प्रशासन और महापौर नूतन राठौर के पास शहर को सुंदर बनाने का कोई प्लान नहीं है। मुख्य मार्ग सुभाष चौराहे पर बना फव्वारा बंद पड़ा है।शहर में अन्य प्रांतों से आने वाले लोग इस खराब पड़े हुए फव्वारें को देखेंगे तो उनमें क्या संदेश जाएगा।नगर निगम के अधिकारियों को इतनी भी फुर्सत नहीं मिली कि वह फव्वारें को सही करा सके।
क्या यही नगर निगम का विकास कार्य है?इससे भाजपा सरकार की छवि खराब होगी। शहर के लोगों का कहना है कि मेयर को इतनी भी फुर्सत नहीं कि वह बंद पड़े फव्वारें को चालू कराने पर ध्यान दे सकें। नगर निगम के द्वारा करोड़ों रुपए की धनराशि से ऐसे स्थानों पर विकास कार्य कराए जा रहे हैं,जहां कुछ घर बने है और इक्का-दुक्का लोग ही रहते हैं। वही खराब पड़े फव्वारें को दुरुस्त कराने पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।